मांझी पिछले काफी समय से तेजस्वी यादव और राजद के खिलाफ आक्रामक हैं। वहीं अब उन्होंने राजद को अल्टीमेटम भी दिया। मांझी ने कहा कि हम समन्वय समिति की मांग कर रहे हैं और इसके लिए 25 जून तक यदि राजद ने समन्वय समिति का गठन नहीं किया तो वह महागठबंधन के सहयोगी होने के नाते फैसला लेने को स्वतंत्र होंगे।
पटना। चुनावी वर्ष में महागठबंधन के सहयोगी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी राष्ट्रीय जनता दल के लिए बड़ी मुसीबत बनते जा रहे है। मांझी को महागठबंधन में तेजस्वी यादव का नेतृत्व स्वीकार नहीं हैं और वहीं अब वह राज्य में महागठबंधन में समन्वय समिति की मांग कर रहे हैं। मांझी ने जहां राजद को आड़े हाथों लिया वहीं राज्य के सीएम नीतीश कुमार के के कार्यो की सराहना की। हालांकि इससे पहले भी मांझी नीतीश कुमार की तारीफ कर चुके हैं।
मांझी पिछले काफी समय से तेजस्वी यादव और राजद के खिलाफ आक्रामक हैं। वहीं अब उन्होंने राजद को अल्टीमेटम भी दिया। मांझी ने कहा कि हम समन्वय समिति की मांग कर रहे हैं और इसके लिए 25 जून तक यदि राजद ने समन्वय समिति का गठन नहीं किया तो वह महागठबंधन के सहयोगी होने के नाते फैसला लेने को स्वतंत्र होंगे। मांझी ने दावा किया कि कांग्रेस, रालोसपा के साथ ही वीआइपी नेता उनके संपर्क में हैं और सब इस मुद्दे पर एकमत हैं। उन्होंने कहा कि राजद से समन्वय समिति की मांग की जा रही है ताकि सभी दल अपनी बात एक मंच पर रखें। लेकिन राजद ने अभी तक समिति नहीं बनाई है।
हालांकि इससे पहले भी मांझी राजद और तेजस्वी यादव के खिलाफ बयान दे चुके हैं। वहीं तेजस्वी यादव को मांझी ने सीएम के तौर पर स्वीकार नहीं किया है। पिछले दिनों मांझी ने कहा कि तेजस्वी काफी युवा हैं और महागठबंधन ने उन्हें सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं किया है। बल्कि वह राजद के सीएम प्रत्याशी हैं। हालांकि अभी तक राज्य में कांग्रेस राजद के साथ है। लेकिन पिछले दिनों ही कांग्रेस ने हम की तरह समिति बनाने की मांग राजद से की थी। कांग्रेस ने राज्य में सहयोगी दलों की नाराजगी को दूर करने के लिए राजद से पहल करने की कोशिश करने को कहा था। क्योंकि राजद बिहार में महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी है।
नीतीश कुमार की तारीफ
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने एक बार फिर नीतीश कुमार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बढ़िया काम कर रहे हैं। वे सभी निर्णय सही प्रकार से ले रहे हैं लेकिन राज्य में अफसर आदेशों का पालन सही तरह से नहीं कर रहे। हालांकि इससे पहले भी मांझी नीतीश कुमार की तारीफ कर चुके हैं।