नीतीशम शरण गच्छामि की तैयारी में मांझी, सोनिया ने भी बुलाया

By Team MyNationFirst Published Jun 23, 2020, 9:20 AM IST
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राज्य में जीतन राम मांझी महागठबंधन की एक सहयोगी दल है। लेकिन राज्य में लोकसभा चुनाव के बाद से ही मांझी ने तेजस्वी यादव और राजद के खिलाफ आक्रामक रूख अख्तियार किया हुआ है। जिसके बाद माना जा रहा है कि चुनाव से पहले महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।

पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सियासत में बदलाव की बयार देखी जा रही है। पिछले कई दिनों से राजद और तेजस्वी का विरोध करते हुए महागठबंधन की मुश्किलों को बढ़ाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी फिर से नीतीश कुमार की शरण में जाने की तैयारी में हैं। बताया जा रहा है कि वह लगातार जदयू अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के संपर्क में हैं। माना जा रहा कि अगर महागठबंधन में बात नहीं बनी तो वह पचीस जून के बाद कभी भी नीतीश कुमार का दामन थाम सकते हैं। वहीं महागठबंधन में चुनाव से पहले दरार को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मांझी को दिल्ली बुलाया है। 

राज्य में जीतन राम मांझी महागठबंधन की एक सहयोगी दल है। लेकिन राज्य में लोकसभा चुनाव के बाद से ही मांझी ने तेजस्वी यादव और राजद के खिलाफ आक्रामक रूख अख्तियार किया हुआ है। जिसके बाद माना जा रहा है कि चुनाव से पहले महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। मांझी लगातार महागठबंधन में समन्वय समिति बनाने की मांग कर रहे हैं और वहीं उन्हें तेजस्वी महागठबंधन के सीएम के चेहरे पर मंजूर नहीं हैं।

जबकि राजद तेजस्वी को सीएम का चेहरा राज्य में बनाने का फैसला कर चुकी है। लिहाजा मांझी लगातार तेजस्वी और राजद पर निशाना साधा रहे हैं। दो दिन पहले मांझी ने कहा था कि राज्य में तीसरे मोर्चे का गठन भी हो सकता है। लेकिन सहयोगी दलों ने इस मामले में मांझी का साथ नहीं दिया है। फिलहाल मांझी ने राजद को 25 जून का समय दिया है।मांझी का कहना कि अगर उनकी बात 25 जून तक नहीं सुनी जाती है वह कोई बड़ा फैसला लेंगे।

वहीं मांझी लगातार राज्य के सीएम और अपने गुरू मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खुलकर तारीफ कर रहे हैं। वहीं पिछले दिनों उन्होंने नीतीश कुमार से मुख्यमंत्री आवास जाकर भेंट भी की थी। वहीं चर्चा है कि राज्य में नीतीश कुमार और मांझी एक दूसरे के संपर्क में हैं और महागठबंधन में कोई बात नहीं बनती है तो वह फिर से जदयू में पार्टी का विलय करा सकते हैं।  हालांकि इस बात का इशारा राज्य के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने भी किया है।  चौधरी ने कहा कि जीतन राम मांझी दलित चेहरा हैं और अगर वह पार्टी में आते हैं तो उनका स्वागत करेंगे।

सोनिया गांधी ने दिल्ली बुलाया

राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में दरार को रोकने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हम प्रमुख जीतन राम मांझी को दिल्ली बातचीत के लिए बुलाया है। बताया जा रहा है कि मांझी आज दिल्ली जा सकते हैं और आज देर शाम जीतन राम मांझी और सोनिया गांधी के बीच मुलाकात हो सकती है।
 

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