यूपी में माया बढ़ाएगी अखिलेश और प्रियंका की मुश्किलें, किया बढ़ा फैसला

By Team MyNation  |  First Published Sep 17, 2020, 6:47 PM IST

असल में पिछले साल समाजवादी पार्टी से संबंध तोड़ने के बाद मायावती ने विधानसभा के उपचुनाव में किस्मत आजमाने का फैसला किया था। जबकि इससे पहले बसपा उपचुनावों में अपने प्रत्याशी नहीं उतारती थी। लेकिन एक बार फिर बसपा ने सभी 8 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती उत्तर प्रदेश में आठ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की मुश्किलों में इजाफा करेंगी। मायावती ने राज्य में होने वाले विधानसभा की आठ सीटों पर होने वाले उपचुनाव में लड़ने का ऐलान किया है। पिछले साल पहली बार मायावती ने पार्टी को उपचुनाव में उतारा था। हालांकि बसपा बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकी।

असल में पिछले साल समाजवादी पार्टी से संबंध तोड़ने के बाद मायावती ने विधानसभा के उपचुनाव में किस्मत आजमाने का फैसला किया था। जबकि इससे पहले बसपा उपचुनावों में अपने प्रत्याशी नहीं उतारती थी। लेकिन एक बार फिर बसपा ने सभी 8 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। राज्य में होने वाले उपचुनावों को 2022 का सेमीफाइल माना जा रहा है। वहीं राज्य की आठ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक समीकरण बनने शुरू हो गए हैं।

 बसपा के मैदान में उतरने के बाद राज्य में सपा और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। लोकसभा चुनाव में बसपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था जबकि सपा को पांच और कांग्रेस को महज एक सीट पर संतोष करना पड़ा।  गौरतलब है कि राज्य की आठ विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं। इसमें घाटमपुर, मल्हनी, स्वार, बुलंशहर, टूंडला, देवरिया, बांगरमऊ व नौगावां सादात विधानसभा सीट शामिल है।  जिन आठ सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उसमें से छह भाजपा और दो सीटों पर सपा का कब्जा था। हालांकि माना जा रहा है कि उपचुनाव से राजनैतिक दलों की मौजूदा स्थिति का पता चलेगा। 

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