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क्या बिहार में राहुल-तेजस्वी की जोड़ी दिखाएगी कमाल, या फिर होगा लोकसभा चुनाव की तरह होगा बंटाधार

Published : Sep 17, 2020, 06:16 PM IST
क्या बिहार में राहुल-तेजस्वी की जोड़ी दिखाएगी कमाल, या फिर होगा लोकसभा चुनाव की तरह होगा बंटाधार

सार

राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सियासी दलों ने तैयारी शुरू कर दी है।  राज्य में कांग्रेस और राजद मिलकर चुनान लड़ रहे हैं। हालांकि दोनों ही दलों के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है। 

पटना। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने तैयारी कर ली है।  महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल के साथ ही कांग्रेस भी शामिल है।  वहीं अभी तक महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया है।  जबकि राजद की तरफ से तेजस्वी सीएम का चेहरा घोषित कर दिए गए हैं। जिसके विरोध में जीतन राम मांझी ने महागठबंधन से किनारा कर लिया है। वहीं माना जा रहा है कि इस बार विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक होंगे। जबकि तेजस्वी राजद की तरफ से कमान संभालेंगे।

राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सियासी दलों ने तैयारी शुरू कर दी है।  राज्य में कांग्रेस और राजद मिलकर चुनान लड़ रहे हैं। हालांकि दोनों ही दलों के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है। कांग्रेस सौ से ज्यादा सीटों पर दावा कर रही है। जबकि राजद उसे कम सीटें देना चाहता है। वहीं महागठबंधन में रालोसपा और वीवींआईपी भी शामिल हैं। इसके अलावा वामदल भी महागठबंधन में शामिल है। लेकिन किसी भी दल को सीटों नहीं मिली हैं। वहीं राजद ने पहले ही तेजस्वी यादव को सीएम का चेहरा घोषित कर दिया है। जबकि राजग की तऱफ से नीतीश कुमार सीएम का चेहरा होंगे। वहीं  कहा जा रहा है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव महागठबंधन के स्टार प्रचारक होंगे।

जबकि एनडीए की तरफ से नेताओं की कतार है। गौरतलब है की लोकसभा चुनाव में तेजस्वी और राहुल गांधी ने चुनाव की कमान संभाली थी। लेकिन महज एक ही सीट महागठबंधन को मिली। वहीं अब जनता दल यूनाइटेड ने तेजस्वी को महागठबंधन की नैया डुबाने के लिए बताया है। जदयू का कहना है कि राजद और कांग्रेस के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं। राज्य में चर्चा है कि कांग्रेस ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन का नेता मानने से इनकार कर दिया है। जिसके बाद राज्य में कांग्रेस और राजद के बीच में सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है। वहीं जीतन राम मांझी के 'हम' के महागठबंधन से चले जाने के बाद रालोसपा और वीआईपी के तेवरों में तल्खी आ रही है।
 

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