लोकसभा चुनावों के लिए राज्य में एसपी और बीसएपी गठबंधन हो जाने के बाद भी दोनों दलों में कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। मायावती एसपी कार्यकर्ताओं से नाराज चल रही है। हालांकि दोनों दलों के नेता लोकसभा चुनाव के लिए मिलकर प्रचार कर रहे हैं लेकिन कार्यकर्ताओं में दूरी और एसपी कार्यकर्ताओं में आक्रामकता जरूर दिखाई दे रही है।
कभी बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया मायावती समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गुंडा कहा करती थी। अकसर मायावती एसपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को जेल भेजने की धमकी देती थी। लेकिन अब मायावती राज्य में एसपी के साथ चुनाव गठबंधन बन जाने के बाद एसपी कार्यकर्ताओं से फिर से परेशान हैं। लिहाजा उन्होंने एसपी कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने की नसीहत दे डाली। मायावती ने कहा कि एसपी कार्यकर्ता बसपा के कार्यकर्ताओं से अनुशासन सीखे।
लोकसभा चुनावों के लिए राज्य में एसपी और बीसएपी गठबंधन हो जाने के बाद भी दोनों दलों में कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। मायावती एसपी कार्यकर्ताओं से नाराज चल रही है। हालांकि दोनों दलों के नेता लोकसभा चुनाव के लिए मिलकर प्रचार कर रहे हैं लेकिन कार्यकर्ताओं में दूरी और एसपी कार्यकर्ताओं में आक्रामकता जरूर दिखाई दे रही है। रैलियों में एसपी कार्यकर्ताओं के उपद्रव से बसपा सुप्रीमो काफी खफा हैं।
असल में शनिवार को फिरोजाबाद की रैली में एसपी कार्यकर्ताओं के उपद्रव से मायावती जबरदस्त नाराज दिखी और उन्होंने मंच से ही अखिलेश यादव के सामने एसपी कार्यकर्ताओं को नसीहत दे डाली। बीएसपी प्रमुख ने कहा कि एसपी के कार्यकर्ताओं को बीसएपी के कार्यकर्ताओं से अनुशासन सीखने की जरूरत है। मायावती जब फिरोजाबाद में एक रैली को संबोधित कर रही थीं। तभी भीड़ में से उनके खिलाफ नारेबाजी होने लगी। इससे मायावती भड़क गई और उन्होंने एसपी कार्यकर्ताओं को बीएसपी कार्यकर्ताओं से सीख लेने की नसीहत दे दी।
गौरतलब है कि पिछले दिनों बुलदंशहर में बीसएपी की रैली से एसपी कार्यकर्ताओं ने दूरी बनाई और वह मायाबती के भाषण के शुरू होते ही रैली स्थल से चल गए थे। इस पर भी मायावती नाराज चल रही हैं। यही नहीं 15 जनवरी को लखनऊ में मायावती के जन्मदिन पर एसपी कार्यकर्ताओं ने बर्थडे के केक को लूटा था। जिसको लेकर माया ने अपनी नाराजगी जताई थी। हालांकि बाद में एसपी नेतृत्व को कहना पड़ा था कि कार्यकर्ताओं ने जोश के कारण ऐसा किया।