Feb 25, 2019, 4:53 PM IST
इस कार्यक्रम में पीड़ित महिला ने अपनी कम तनख्वाह की शिकायत की थी। जिसके बाद मंत्री इमरती देवी ने कहा कि आपको शिक्षा के अनुसार ही सैलरी दी जा रही है। आपको कलेक्टर की सैलरी नहीं दी जा सकती।
इसपर सपना गुर्जर नाम की इस सहायिका ने मंत्री से ही पूछ लिया कि आपकी शिक्षा क्या है। पूरी बातचीत कुछ इस प्रकार है।
सहायिका: आप कह रही हैं कि जब तक हमें पैसा नहीं मिलेगा, डीपीओ को भी नहीं देंगे। उनके तो हमसे ज्यादा पैसे आते हैं, हमें 5 हजार रुपये मिलते हैं। इतने कम वेतन में हम कैसे घर चलाएंगे।
मंत्री: हम आपको डीपीओ के बराबर भी मानदेय देने लगेंगे तो फिर आप कहोगे कलेक्टर के बराबर दो।
सहायिका: ये कोई बात नहीं है।
मंत्री: यही बात है। आपने डीपीओ की एजुकेशन देखी है।
सहायिका: मंत्रीजी आप तो हमसे पूछ रही हो, आपकी एजुकेशन क्या है।
मंत्री: यदि आपको कमी पड़ रही है तो हट जाओ। दूसरी महिला काम करेगी, हम उसे देंगे। कहीं अच्छी तनख्वाह की नौकरी लगे तो उसे कर लीजिए।
इसके बाद महिला से माइक छीन लिया गया। खास बात यह है कि यह वही मंत्री इमरती देवी हैं, जो कि गणतंत्र दिवस के मौके पर लिखा हुआ भाषण भी नहीं पढ़ पाई थीं। लेकिन उन्हें सहायिका सपना गुर्जर की शिक्षा पर सवाल उठाने में कोई संकोच नहीं हुआ।