mynation_hindi

अब प्रियंका गांधी बोलीं, देश में दियासलाई से लेकर मिसाइल तक सबकुछ कांग्रेस की देन

Published : Mar 28, 2019, 08:09 AM ISTUpdated : Mar 28, 2019, 11:40 AM IST
अब प्रियंका गांधी बोलीं, देश में दियासलाई से लेकर मिसाइल तक सबकुछ कांग्रेस की देन

सार

अमेठी दौरे पर पहुंची प्रियंका ने कहा, हमें डीआरडीओ पर गर्व है। अगर नेहरूजी ने इसकी स्थापना न की होती तो ऐसा नहीं हो पाता। 

कांग्रेस नेताओं द्वारा अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मार गिराने की सफलता का श्रेय नेहरू-इंदिरा को देने की होड़ में अब पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी कूद गई हैं। बुधवार को अमेठी दौरे पर पहुंची प्रियंका ने कहा कि  दियासलाई से लेकर मिसाइल तक बनाकर देने का काम कांग्रेस ने किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो केवल दुनिया घूम रहे हैं। अंतरिक्ष में सैटेलाइट को हिट करने का सफल परीक्षण करने की डीआरडीओ की उपलब्धि पर प्रियंका ने कहा, हमें डीआरडीओ पर गर्व है। अगर नेहरूजी ने इसकी स्थापना न की होती तो ऐसा नहीं हो पाता। 

जब प्रियंका से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उन आरोपों के बारे में पूछा गया कि कांग्रेस की चार पीढ़ियां मिलकर भी गरीबी नहीं हटा सकीं, तो उन्होंने कहा, योगी कहना चाहते हैं कि देश से गरीबी हटी ही नहीं? देश में काफी लोग अब भी गरीब हैं। कांग्रेस की योजनाओं से कुछ बाहर भी आए हैं। प्रियंका ने कहा कि देश का किसान परेशान है। न तो उसे खाद मिल रही है और न ही उत्पाद का सही दाम। युवा बेरोजगार हैं। प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का जिक्र करते हुए वह बोलीं, वहां विकास के कोई काम नहीं हुए हैं। लोग परेशान हैं। 

"

दरअसल, डीआरडीओ और इसरो के ए-सैट के सफल टेस्ट के बाद कांग्रेस की ओर से इस उपलब्धि का श्रेय भी लेने की कोशिश की गई। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘हम इस उपलब्धि के लिए इसरो और सरकार को बधाई देते हैं, भारतीय स्पेस कार्यक्रम की स्थापना 1961 में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने की थी और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) की स्थापना श्रीमती इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हुई, इंदिरा गांधी ने अपनी उपलब्धियों से देश को हमेशा गर्वित किया है।’
 
टाइम पास करने आती हैं स्मृति ईरानी

मुसाफिरखाना के एएच इंटर कॉलेज में बूथ प्रभारियों के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि अमेठी हमारा घर-परिवार है। मैं अपने पिता राजीव गांधी के साथ अमेठी आया करती थी। मेरा बचपन यहां बीता। मुझसे ज्यादा अमेठी को कौन समझ सकता है। स्मृति ईरानी टाइम पास करने आती हैं। कुछ लोग यहां चुनाव लड़ने आते हैं और चार घंटे रहकर लौट जाते हैं।

PREV

Recommended Stories

श्री बजरंग सेना अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का अनोखा जन्मदिन, लगाएंगे एक लाख पौधे
श्री बजरंग सेना अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का अनोखा जन्मदिन, लगाएंगे एक लाख पौधे
Oshmin Foundation: ग्रामीण भारत में मानसिक शांति और प्रेरणा का एक नया प्रयास, CSR का एक उत्कृष्ट उदाहरण
Oshmin Foundation: ग्रामीण भारत में मानसिक शांति और प्रेरणा का एक नया प्रयास, CSR का एक उत्कृष्ट उदाहरण