पाकिस्तान के एफ-16 विमान को गिराने वाले विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान कुछ दिनों पहले तक सुर्खियों में छाए हुए थे। जितने दिनों तक वह पाकिस्तान की कैद में रहे उतने दिनों तक पूरे देश की सांसें अटकी रहीं। देश लौटने के बाद उनकी सभी तरह की जांच की गई और अब वह ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने देश के सामने एक बार फिर से मिसाल कायम की है।
श्रीनगर: भारतीय वायुसेना के जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान इन दिनों श्रीनगर में हैं। उनके साथ उनकी पत्नी और बच्चे भी हैं। इससे पहले दिल्ली में अभिनंदन की कई दिनों तक जांच की गई। जिसके बाद उन्हें मेडिकल लीव पर जाने के लिए कहा गया था।
लंबी मेडिकल और मनोवैज्ञानिक जांच के बाद विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान अब बिल्कुल फिट हैं। वह श्रीनगर स्थित वायुसेना के अपने स्क्वैड्रन में पहुंच चुके हैं। उनके साथ उनकी पत्नी और बच्चा भी हैं।
यह भी पढ़ें- जानिए किस तरह की गई विंग कमांडर अभिनंदन की जांच
अभिनंदन की जांच के बाद उन्हें चार सप्ताह यानी लगभग एक महीने की छुट्टी दी गई थी। लेकिन इस छुट्टी के दौरान उन्होंने अपने घर चेन्नई जाने की बजाए श्रीनगर स्थित अपनी यूनिट में ही जाना पसंद किया। हालांकि इस दौरान उनकी पत्नी और बच्चा भी साथ में ही हैं।
स्वास्थ्य आधार पर दी गई चार सप्ताह की छुट्टी के बाद वायुसेना के डॉक्टरों की एक टीम अभिनंदन की फिटनेस की जांच करके अपनी रिपोर्ट देगा। जिसके आधार पर वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी यह तय करेंगे कि वह फिर से कॉकपिट में बैठकर लड़ाकू विमान उड़ा पाएंगे या नहीं।
हालांकि अभिनंदन की यह दिली ख्वाहिश है कि वह फिर से विमान के कॉकपिट में बैठकर दुश्मनों का मुकाबला करें।
यह भी पढ़ें- विंग कमांडर अभिनंदन बने देश के स्टाइल आइकॉन
पिछले महीने भारतीय वायुक्षेत्र में घुसे पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के खिलाफ जंग के दौरान विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान का विमान पाकिस्तान में गिरकर क्रैश हो गया था। जिसके बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना ने अपनी हिरासत में ले लिया था।
अभिनंदन की गिरफ्तारी के बाद पूरे देश में भावनाओं का ज्वार खड़ा हो गया था। जिसके बाद भारत ने युद्ध की तैयारियां शुरु कर दी थीं। जिससे घबराकर पाकिस्तान को जेनेवा समझौते के तहत अभिनंदन को रिहा करना पड़ा।
यह भी पढ़ें- अभिनंदन की गिरफ्तारी के वाकये ने खोल दी देशवासियों की पोल
वह पाकिस्तान से 1 मार्च की रात को वापस स्वदेश लौटे थे। जिसके बाद उनकी 'डीब्रीफिंग' की गई। प्लेन क्रैश के दौरान अभिनंदन की पीठ और कमर में चोट भी आई थी। जिसका ईलाज किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में दो सप्ताह लगे।
इसके बाद उन्हें एक महीने की छुट्टी दी गई। लेकिन अभिनंदन ने इस दौरान अपने परिवार के साथ श्रीनगर के अपने स्क्वैड्रन में समय बिताना पसंद किया।
विंग कमांडर अभिनंदन के इस फैसले से उनके जज्बे का पता चलता है। ऐसे ही वीर सिपाहियों की बदौलत हम और आप जैसे आम नागरिक चैन की नींद सोते हैं।
यह भी पढ़ें- विंग कमांडर अभिनंदन की गौरव गाथा पढ़ेंगे बच्चे