बता दें कि महिला और बाल विकास विभाग द्वारा कुछ सप्ताह पहले शुरू किए गए एक अभियान के तहत यह पहल सामने आई है। मुस्तकीम ने कहा, "जिन परिवारों में बेटियां नहीं हैं, उन्हें नेमप्लेट में अपने घर की महिला सदस्यों के नाम लिखने के लिए कहा गया था।
लखनऊ। बच्चियों को सम्मान देने के लिए प्रतीक के तौर पर मुजफ्फरनगर जिले के कई घरों ने अपनी नेमप्लेट पर बेटियों के नाम लिख दिए हैं। बता दें कि यह उन जिलों में से एक है जो अपनी मजबूत पितृसत्तात्मक प्रणाली के लिए जाने जाते हैं। जिला प्रोबेशन अधिकारी का कहना है कि "पिछले कुछ दिनों में बेटियों के नाम वाले 200 से अधिक नेमप्लेट विभिन्न गांवों में घरों के दरवाजों पर लगाए गए हैं। यह अभियान अभी भी जारी है।"
बता दें कि महिला और बाल विकास विभाग द्वारा कुछ सप्ताह पहले शुरू किए गए एक अभियान के तहत यह पहल सामने आई है। मुस्तकीम ने कहा, "जिन परिवारों में बेटियां नहीं हैं, उन्हें नेमप्लेट में अपने घर की महिला सदस्यों के नाम लिखने के लिए कहा गया था। जैसे लोग अपनी पत्नियों या माताओं के नाम नेमप्लेट पर लिख सकते हैं।
अधिकारियों ने इस पहल को अपनाने के लिए कुछ गांवों का दौरा किया और लोगों को ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित किया था, जिनमें से अधिकांश ने इस प्रस्ताव को खुशी-खुशी स्वीकार किया। गौरतलब है कि ऐसा ही एक अभियान पंजाब और हरियाणा में चलाया गया था, जहां लिंग अनुपात में खासी गिरावट आई थी। उन राज्यों में इस पहल के उत्साहजनक नतीजे देखने को मिले थे, अब उत्तर प्रदेश ने महिलाओं के खिलाफ अपराध के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए इस अभियान को अपनाया है।