संदिग्ध आतंकियों की तलाश में एनआईए ने की पंजाब और यूपी में छापेमारी

By Team MyNation  |  First Published Jan 17, 2019, 5:01 PM IST

राष्ट्रीय जांच एजेन्सी यानी एनआईए ने पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सात जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान यूपी के अमरोहा और बुलंदशहर में भी कई जगहों पर छापा मारा गया।  

यूपी के अमरोहा और बुलंदशहर में एनआईए की टीम ने आज फिर से छापेमारी की है। अमरोहा में नागोवा सादात इलाके के बांसखेड़ी गांव में छापा मारा गया। यहां गुफरान नाम के शख्स के यहां छापा मारा गया, जिसका नंबर पहले गिरफ्तार किए गए सुहैल के मोबाइल से मिला था। 

अमरोहा के अलावा एनआईए की टीम ने हापुड़ में गढ़मुक्तेश्वर के गांव बदरखा और अठसेनी में छापेमारी की। बताया जा रहा है कि यहां बदरखा में नाज़िम और अठसेनी में अफसार नाम के युवक की तलाश में छापेमारी की गई। हालांकि वहां कोई मिला नहीं। 

एनआईए ने मोबाइल फोन और नाजिम के परिजनों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। नाजिम देवबंद मदरसे में पढ़ता है जबकि अफसार सऊदी में रहता है। 

उधर बुलंदशहर के कोतवाली देहात में एनआईए की टीम ने छापेमारी की है। यहां के गांव कलोली में सुबह चार बजे स्थानीय पुलिस के साथ एनआईए की टीम पहुंची और हबीब नाम के एक शख्स को अपने साथ पूछताछ के लिए ले गई। 

कलोली गांव का रहने वाला हबीब 25 साल तक सउदी अरब में रह चुका था और इन दिनों गांव में ही रहकर जनरल स्टोर चला रहा था। 

एनआईए की टीम हबीब को हिरासत में लेकर अपने साथ पूछताछ के लिए दिल्ली ले गई है। 

पंजाब मे हुई छापेमारी के दौरान लुधियाना की नूरी मस्जिद के मौलवी को गिरफ्तार किया गया है। एनआइए ने सुबह ही मस्जिद में रेड की। यहां तक की स्थानीय पुलिस को भी इस मामले की जानकारी नहीं थी। 

यह सभी कार्रवाईयां एनआईए द्वारा पहले गिरफ्तार किए गए 12 संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ के आधार पर की गई है। यह लोग दुनिया के कुख्यात आतंकी संगठन आईएस से प्रभावित थे। इन लोगों ने आईएस की तर्ज पर हरकत उल हर्ब इस्लाम नाम का संगठन बनाया था। 

एजेन्सियों का संदेह है कि यह समूह दिल्ली तथा उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में नेताओं और सरकारी प्रतिष्ठानों पर आत्मघाती हमले और सिलसिलेवार बम धमाके करने की योजना बना रहा था। 

एजेंसी ने पिछले साल 26 दिसंबर से लेकर अब तक इस संबंध में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 12 जनवरी को हापुड़ से मुहम्मद अबसार (24) को गिरफ्तार किया था जिसके पांच दिन बाद ये छापे मारे गए। 

एनआईए ने जानकारी दी थी कि इन लोगों के पास से रॉकेट लॉन्चर, आत्मघाती बेल्टों के सामान और टाइमर के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले 112 अलार्म क्लाक बरामद किए गए। इसके अलावा 25 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री पोटेशियम नाइट्रेट, अमोनियम नाइट्रेट और सल्फर बरामद किया गया। 

समूह ने रिमोट संचालित आईईडी बनाने के लिए रिमोट से संचालित कारें और वायरलेस डोरबेल खरीदी थीं। इसके अलावा एनआईए ने पहले छापों के दौरान स्टील के कंटेनर, इलेक्ट्रिक तारें, 91 मोबाइल फोन, 134 सिम कार्ड, तीन लैपटॉप, चाकू, तलवार, आईएस से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए।

यह सभी संदिग्ध आतंकी कश्मीरी आतंकी संगठनों से भी संपर्क में थे और उनके साथ मिलकर देश में सीरियल बम धमाकों की साजिश रच रहे थे। 
 

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