असल में पाकिस्तान इस तरह की साजिश पहले भी कर चुका है। पाकिस्तान दुनियाभर में अपनी इन नापाक साजिशों की वजह से दुनिया भर में बदनाम है। पिछले साल ही पाकिस्तान ने सोशल मीडिया के जरिए प्रोपेगंडा शुरू किया था। लेकिन भारत दुनिया के देशों को समझाने में कामयाब रहा कि अनुच्छेद 370 को हटाना भारत का आंतरिक मुद्दा है।
नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना के कहर के बीच पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान दुनिया भर में खासतौर से खाड़ी देशों में भारत के खिलाफ सोशल मीडिया के जरिए दुष्प्रचार कर रहा है। हालांकि मुस्लिम देश पाकिस्तान की इस साजिश को अच्छी तरह से समझते हैं। लेकिन पाकिस्तान इन देशों के आवाम को बरगला रहा है। यही नहीं इसके जरिए पाकिस्तानी सरकार दुनिया का ध्यान पाकिस्तान में फैल रहे संक्रमण से हटाना चाहती है।
असल में पाकिस्तान इस तरह की साजिश पहले भी कर चुका है। पाकिस्तान दुनियाभर में अपनी इन नापाक साजिशों की वजह से दुनिया भर में बदनाम है। पिछले साल ही पाकिस्तान ने सोशल मीडिया के जरिए प्रोपेगंडा शुरू किया था। लेकिन भारत दुनिया के देशों को समझाने में कामयाब रहा कि अनुच्छेद 370 को हटाना भारत का आंतरिक मुद्दा है। लेकिन पाकिस्तान अब भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। हालांकि पाकिस्तान का कोई भी देश संजीदगी से नहीं लेता है।
पूरे विश्व में तीन ही देश हैं जो पाकिस्तान का साथ देते है और इसके पीछे भी इन देशों के अपने एजेंडे। चीन मलेशिया और टर्की ही पाकिस्तान का साथ देते आए हैं। जबकि मुस्लिम देश पाकिस्तान को तवज्जो नहीं देते हैं। पिछले साल ही मुस्लिम देशों ने पाकिस्तान से साफ कह दिया था कि वह अपने फायदे के लिए इस्लाम का इस्तेमाल न करें। जिसके बाद पाकिस्तान की जमकर किरकिरी हुई थी।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली है कि पाकिस्तान कोरोना के कहर के बीच में भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहा है। पाकिस्तान के साइबर एक्सपर्ट ने भारत के खिलाफ सोशल मीडिया में अभियान चलाया हुआ है। वह हिंदू मुस्लिम के जरिए भारत सरकार पर निशाना साध रहा है। असल में पाकिस्तान अपनी जनता का ध्यान भटकाने के लिए भारत के खिलाफ अभियान छेड़े हुए है। पााकिस्तान की कोरोना संक्रमण को लेकर स्थिति खराब है।
पाकिस्तान अपने देश की स्थिति को साफ नहीं कर रहा है। पाकिस्तान में इमरान खान सरकार को लेकर वहां की सेना नाराज है। क्योंकि पाकिस्तान सरकार देश की स्थिति में सुधार नहीं पा रही है। लिहाजा पिछले दिनों ही सेना ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर पाकिस्तान में लॉकडाउन लगाया था। जबकि इमरान खान इसके खिलाफ थे।