केंद्र सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव मंजूर, सरकार बोली हो जाएगा दूध का दूध और पानी का पानी

 |  First Published Jul 18, 2018, 1:56 PM IST

अविस्वास प्रस्ताव पर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने लोकसभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि, विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव दिया है और आप से अनुरोध है कि इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लीजिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।

संसद का मॉनसून सत्र आज से शुरू हो गया सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है। जिसे लोक सभा अध्यक्ष सुमीत्रा महाजन ने स्विकार कर लिया है। कांग्रेस और टीडीपी के कई सांसदों ने स्पीकर को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था। जिसमें से एक प्रस्ताव को मजूर कर लिया गया। सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कम से कम 50 सदस्यों की जरुरत होती है। 

आज जब विपक्ष ने प्रस्ताव रखा तो कांग्रेस और टीडीपी के 50 सदस्यों ने समर्थन किया जिसके बाद ळोकसभा अध्यक्ष ने इसे स्विकार कर लिया। अब इस प्रस्ताव पर अगले 10 दिन में चर्चा करने का वक्त तय किया जाएगा। यह मोदी साढे चार साल में एनडीए सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव है।

विपक्ष के अविस्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने लोकसभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि, विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव दिया है और आप से अनुरोध है कि इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लीजिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो ही जाए। इस पर सुमित्रा महाजन ने कहा कि मैंने इसे स्वीकार कर लिया है

इससे पहले आज सत्र शुरु होने से पहले प्रधानमंत्री ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि, ‘’हमें उम्मीद है कि पार्लियामेंट का मॉनसून सत्र अच्छी तरह चलेगा ताकि सभी पार्टियों के मुद्दे सदन में उठाए जा सकें। सरकार सभी मुद्दों पर बहस के लिए तैयार है’’

मॉनसून सत्र में सरकार ने 46 विधेयकों को पास कराने का लक्ष्य रखा है। जिनमें तीन तलाक, भगौड़ा आर्थिक अपराधी और स्टेट बैंक निरसन जैसे कई अहम विधेयक शामिल हैं। मॉनसून सत्र 10 अगस्त तक चलेगा, जिसमें कुल 18 बैठकें होनी हैं। 

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