असल में पांच करोड़ रुपये की ये लूट इस साल अगस्त में पानीपत स्थित एक बैंक में हुई थी। जिसमें पुलिस को सचिन के शामिल होने की जानकारी मिली। क्योंकि सचिन निलंबित चल रहा था। उस पर एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था। जिसके बाद उसमें निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया गया। लिहाजा इसके बाद उसमें बैंक में लूट का प्लान बनाया।
नई दिल्ली। कभी दिल्ली पुलिस का बेस्ट कांस्टेबल का पुरस्कार पाने वाला सचिन फरार है। उस पर पांच करोड़ रुपये की लूट में शामिल होने का आरोप है। हालांकि पुलिस ने सचिन के पिता और मामा से लूट के 12 लाख रुपये बरामद किए हैं। लेकिन सचिन फरार है। अब दिल्ली पुलिस उसे गिरफ्तार करने लिए दबिश दे रही है।
असल में पांच करोड़ रुपये की ये लूट इस साल अगस्त में पानीपत स्थित एक बैंक में हुई थी। जिसमें पुलिस को सचिन के शामिल होने की जानकारी मिली। क्योंकि सचिन निलंबित चल रहा था। उस पर एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था। जिसके बाद उसमें निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया गया। लिहाजा इसके बाद उसमें बैंक में लूट का प्लान बनाया। इस लूट के बाद सचिन फरार है और हरियाणा पुलिस ने उसके पिता और मामा को लूट की रकम बरामद की है।
फिलहाल दोंनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। लेकिन सचिन का पता नहीं है। सचिन को कभी दिल्ली पुलिस से बेस्ट बीट कांस्टेबल का पुरस्कार मिला था। लेकिन अब वह पांच करोड़ रुपये की लूट में फरार है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा के पानीपत में स्थित बैंक में हथियारबंद बदमाशों ने सेंध लगाकर लॉकर तोड़ा व पांच करोड़ के आभूषण चुरा लिए थे। जिसकी सीसीटीवी फुटेज में सचिन भी नजर आया था। इसके बाद पुलिस ने सचिन के पानीपत स्थित घर पर छापा मारकर पिता व मामा को 12 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया।
हालांकि इस मामले में सचिन के साले भी दिल्ली पुलिस ने पूछताछ की है। सचिन का साला भी दिल्ली लिस में सिपाही है। पुलिस का कहना है कि सचिव लापता है और उसने उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों में कही शरण ली हुई है। सचिन 2009 बैच का कांस्टेबल है और दिल्ली के आदर्श नगर थाने में तैनात था। पिछले साल ही कई अपराधियों को पकड़ने की वजह से सचिन को बेस्ट कांस्टेबल का पुरस्कार मिल चुका है। उसमें दिल्ली में हुए डॉक्टर के अपहरण के मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी।