जिले में चंद्रभागा कार्तिक मेले का आयोजन हुआ था। उसमें आसपास के गांव के कई बच्चे पहुंचे थे। भंडारे का प्रसाद खाने के साथ बच्चों ने गोलगप्पे भी खाए। जिसकी वजह से दर्जन भर से ज्यादा बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए।
जयपुर। राजस्थान के झालावाड़ जिले में एक कार्यक्रम में गोलगप्पे खाने से एक बच्ची की मौत हो गई। 40 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। जिले के झालरापाटन इलाके में घटी इस घटना से हड़कम्प मच गया। मृतक बच्ची की पहचान 7 वर्षीय तन्वी कश्यप के रूप में हुई है। जिसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
क्या है मामला?
जिले में चंद्रभागा कार्तिक मेले का आयोजन हुआ था। उसमें आसपास के गांव के कई बच्चे पहुंचे थे। भंडारे का प्रसाद खाने के साथ बच्चों ने गोलगप्पे भी खाए। जिसकी वजह से दर्जन भर से ज्यादा बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। सभी की हालत खराब होने लगी तो उन्हें नजदीकी अस्पताल में एडमिट कराया गया। इलाज के दौरान 7 साल की बच्ची तन्वी की मौत हो गई।
मेले से वापस आने पर बच्ची को उल्टी-दस्त की शिकायत
मृत बच्ची मेले से वापस घर आई तो उसे उल्टी और दस्त होने लगी। अन्य बच्चों को भी इसी तरह की परेशानिया हुईं। करीबन 16 बच्चों को हॉस्पिटल के पीआईसीएयू में एडमिट कराया गया। हालांकि उन बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। उधर, मेडिकल डिपार्टमेंट टीम ने मेले में खाने-पीने के आइटम की सैंपलिंग की है। रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का पता चल सकेगा।
दौसा में पहले भी हो चुका ऐसा केस
आपको बता दें कि कई बार खाने पीने के आइटम काफी पुराने होते हैं। गोलगप्पे में यूज किए जाने वाला पानी दूषित होने की वजह से फूड प्वाइजनिंग की संभावना बनी रहती है। राजस्थान से पहले भी इसी तरह का मामला सामने आ चुका है। तब दौसा जिले में दो दर्जन से ज्यादा लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए थे।