देश के कई राज्यों में प्याज अभी अभी 100-120 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है। हालांकि पिछले दिनों की तुलना में प्याज की कीमत कम हुई है। प्याज की कीमत कम होने का सबसे बड़ा कारण व्यापारियों द्वारा गोदामों में पड़े प्याज को निकाला जाना है। वहीं खेतों में रोपा गया प्याज भी बाजार में आ गया है। क्योंकि किसान ज्यादा कीमम मिलने के लाचल में इस प्याज को जल्द निकाल रहे हैं।
नई दिल्ली। खाने की थाली में जल्द ही नदारद हो चुका प्याज दिखने लगेगा। क्योंकि देश में आयातित प्याज आने लगा है। इस प्याज की खेप पहली और दूसरी खेप मुम्बई के जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पहुंच चुकी है। वहीं गोदामों पड़ा प्याज अब व्यापारी निकालने लगे हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही प्याज 80 रुपये मिलने लगेगा। वहीं ये आयातित प्याज 55 रुपए प्रति किलो ग्राम बेचे जाने की उम्मीद की जा रही है।
देश के कई राज्यों में प्याज अभी अभी 100-120 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है। हालांकि पिछले दिनों की तुलना में प्याज की कीमत कम हुई है। प्याज की कीमत कम होने का सबसे बड़ा कारण व्यापारियों द्वारा गोदामों में पड़े प्याज को निकाला जाना है। वहीं खेतों में रोपा गया प्याज भी बाजार में आ गया है। क्योंकि किसान ज्यादा कीमम मिलने के लाचल में इस प्याज को जल्द निकाल रहे हैं। बाजार में नए प्याज की खेप आने से कीमतों में कमी देखने को मिल रही है।
अगर यही स्थित रही तो देश में प्याज की कीमत कम हो जाएगी और आम आदमी को राहत मिलेगी। असल में देश में प्याज की कमी के कारण कीमत आसमान छू रही थी। इसके साथ ही देश के कई राज्यों में प्याज चोरी की घटनाएं भी हुई। मिश्र से पहली और दूसरी खेप भारत पहुंच चुकी है। वहीं तुर्की से भी जल्द प्याज भारत में आने वाला है। गौरतलब है कि प्याज की कमी को देखते हुए भारत सरकार ने तुर्की और मिस्र से प्याज मंगाना फैसला किया था।
हालांकि दिल्ली और पंजाब में अफगानिस्तान से आए प्याज के कारण भी कीमत कम देखने को मिली है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आयातित प्याज़ को आंध्र प्रदेश और दिल्ली को भेजा जाएगा और उन राज्यों को भी ये प्याज भेजा जाएगा इसकी मांग की है। फिलहाल देश में अभी 30,000 मीट्रिक टन प्याज़ आएगा और इसके साथ ही कुछ दिनों 15000 मीट्रिक टन प्याज आएगा। रिपोर्ट के मुताबिक प्याज की खेप हर हफ्ते बंदरगाह पर आएगी।