विपक्षी दलों की अहम बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सहित तमाम बड़े नेताओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली पहुंच रहे है। वही एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, नेशनल कान्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला और डीएमके अध्यक्ष स्टॅलिन भी बैठक में हिस्सा लेंगे।
नई दिल्ली-- पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल में कांग्रेस की बढ़त को देखकर विपक्षी खुश हो रहा है। एग्जिट पोल में कांग्रेस हर राज्य जीतती हुई दिख रही है, यही कारण है कि शीतकालीन सत्र में विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर होगा।
विपक्षी दलों की अहम बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सहित तमाम बड़े नेताओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली पहुंच रहे है। वही एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, नेशनल कान्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला और डीएमके अध्यक्ष स्टॅलिन भी बैठक में हिस्सा लेंगे।
विपक्षी एकता के नये सूत्रधार के रुप में उभरे टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू तमाम क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं को एक साथ लाने के इस प्रयास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ करीब 20 दलों के नेताओं के शामिल होने की संभावना है। तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी, राजद के सबसे प्रमुख चेहरे तेजस्वी यादव, द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन जैसे विपक्ष के अधिकांश बड़े चेहरे बैठक में आएंगे।
उधर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने विपक्षी दलों की नई दिल्ली में प्रस्तावित बैठक का उपहास उड़ाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को हटाने के बारे में सोचने से पहले उन्हें प्रधानमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह देखना वास्तव में अच्छा लगता है कि विपक्षी पार्टियां हमारे खिलाफ गठबंधन का प्रयास कर रही हैं। लेकिन, पहले उन्हें प्रधानमंत्री पद का अपना उम्मीदवार घोषित करने दीजिए, उसके बाद उन्हें हमसे मुकाबला करने और हटाने के बारे में सोचना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, प्रधानमंत्री पद के लिए उनके उम्मीदवार कौन हैं?’’