पाकिस्तान के सबसे करीबी दोस्त ने भी छोड़ा उसका साथ, हमले के बाद दी ये नसीहत

By Team MyNationFirst Published Feb 26, 2019, 5:47 PM IST
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पाकिस्तान की सरकार को समझ में नहीं आ रहा है कि इस समय वह क्या करे। क्योंकि विश्वस्तर पर वह अलग-थलक पड़ता जा रहा है। जबकि भारत के साथ उसके मित्र देश खड़े हैं और इस हमले के बाद किसी ने भारत के खिलाफ कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। 

भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान 'मिराज 2000' द्वारा मंगलवार तड़के नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को तबाह करने के बाद जहां भारत के मित्र देशों ने इसका साथ दिया है। वहीं पाकिस्तान का सबसे करीब मित्र देश चीन इस इस मौके पर उसका साथ छोड़ दिया है। चीन ने पाकिस्तान को नसीहत दी है कि वह संयम से काम ले और कूटनीति के जरिए इस समस्या का समाधान करे।

पाकिस्तानी सीमा के भीत कई किलोमीटर अंदर घूसकर भारतीय वायुसेना ने आंतकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया है। जिसके बाद पाकिस्तान में खलबली मची हुई है। पाकिस्तान की सरकार को समझ में नहीं आ रहा है कि इस समय वह क्या करे। क्योंकि विश्वस्तर पर वह अलग-थलक पड़ता जा रहा है। जबकि भारत के साथ उसके मित्र देश खड़े हैं और इस हमले के बाद किसी ने भारत के खिलाफ कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। जबकि पाकिस्तान के गॉड फादर माने जाने वाले चीन ने पाकिस्तान का साथ छोड़ दिया है।

चीन ने पाकिस्तान को नसीहत दी है कि वह इस समय संयम से काम ले। ताकि आगे वाली स्थिति से निपटा जा सके। क्योंकि किसी भी प्रतिक्रिया के स्थिति में उसे ही नुकसान होगा। पाकिस्तान के दोस्त चीन ने इसपर बयान जारी किया है कि वह कूटनीति के जरिए इस समस्या का हल खोजे। भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर को ध्वस्त कर दिया है। पाकिस्तान ने कहा कि भारत ने उसकी सीमा के भीतर घुसकर हमला किया है।

चीन की ओर बयान जारी कर कहा गया है कि इस हवाई हमले के बाद वह भारत से संबंध सुधारे और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार करें ताकि दक्षिण एशिया में शांति कायम रखने के लिए दोनों देशों के बीच स्थिरता बनी रही। इस हवाई हमले के बाद पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया है, लेकिन उसके पास ज्यादा विकल्प नहीं है। जबकि भारत के मित्र देश उसके साथ खड़े हैं। पाकिस्तान पर हवाई हमले से पहले भारत ने अपने मित्र देशों को विश्वास में लिया और फिर उसके बाद पाकिस्तान पर हवाई हमला किया। आज हमले के बाद भारत ने करीब 12 मित्र देशों को इस हमले की जानकारी दी।

पाकिस्तान के भीतर ही इमरान खान सरकार के खिलाफ जबरदस्त माहौल बन गया है। ज्यादातर सांसद इमरान सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं। जबकि वहां की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी ने कहा कि देश में आपातकाल जैसे हालत हो गए हैं। वहीं अभी तक किसी भी देश ने पाकिस्तान को समर्थन नहीं दिया है। तेरह दिन पहले पहले पुलवामा हमले से ये साफ गया था कि भारत पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देगा।

हालांकि पाकिस्तान भी ये अच्छी तरह से जानता था और वह बार-बार यही धमकी दे रहा था कि वह परमाणु संपन्न देश है। लेकिन भारत ने उसे मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारियां पहले से कर दी थी। भारत ने अपने मित्र देशों को पुलवामा आंतकी हमले के बाद विश्वास में लिया और बताया किस तरह से पाकिस्तान भारत ही नहीं बल्कि विश्वभर के आंतकियों को उत्पन्न करने वाली फैक्ट्री बन गया है। दुनिया में जहां भी आंतकी हमले हो रहे हैं उसका पाकिस्तान से किसी न किसी रूप संबंध होता है। 

गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना ने देर रात पाकिस्तानी सीमा में घुसकर कई जगहों पर बम गिराये हैं। हालांकि पाकिस्तान की तरफ से दावा किया गया है कि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि रात साढ़े तीन बजे फाइटर जेट मिराज 2000 ने पाकिस्तान में चल रहे आंतकी कैंपन को तबाह कर दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि वायुसेना ने करीब 1 हजार किलोग्राम का बम वहां पर गिराये। पुलवामा हमले के बाद माना जा रहा था कि भारत पाकिस्तान पर कार्यवाही करेगा। लिहाजा आज भारत की वायुसेना सेना ने फिर से पाकिस्तान के आंतकी कैंपों को तबाह किया है।
 

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