असल में पाकिस्तान अपनी सीमा पर आग्नेयास्त्रों का जखीरा और सैनिकों की संख्या में लगातार इजाफा कर रहा है। हालांकि इसके दो कारण हैं। पहले इसके जरिए पाकिस्तान सीमा पर अपनी ताकत को बढ़ा रहा है। क्योंकि उसे डर है कि भारतीय सेना कभी भी गुलाम कश्मीर को अपने कब्जे में ले सकती है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर अभी तक विश्व बिरादरी के सामने बेनकाब हो चुका है। लिहाजा अब वह नई चाल चल रहा है। पाकिस्तान विश्वबिरादरी को कश्मीर के खराब हालात बताने के लिए अपनी सीमा पर सैनिकों का जमावड़ा कर रहा है। इसके पीछे वह कश्मीर को मुद्दा बता रहा है।
असल में पाकिस्तान अपनी सीमा पर आग्नेयास्त्रों का जखीरा और सैनिकों की संख्या में लगातार इजाफा कर रहा है। हालांकि इसके दो कारण हैं। पहले इसके जरिए पाकिस्तान सीमा पर अपनी ताकत को बढ़ा रहा है। क्योंकि उसे डर है कि भारतीय सेना कभी भी गुलाम कश्मीर को अपने कब्जे में ले सकती है। क्योंकि भारतीय सेना और सरकार इस बात को कह चुकी है कि गुलाम कश्मीर मुख्य कश्मीर का हिस्सा है। वहीं दो बार पाकिस्तान में हो चुकी स्ट्राइक के कारण भी पाकिस्तान डरा है।
वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ये जताना चाह रहा है कि कश्मीर में भारतीय सैनिक कश्मीरियों पर जुल्म कर रहे हैं। जिसके कारण उसने सीमा पर सैनिकों का जमावड़ा किया हुआ है। पाकिस्तान दुनिया में इस बात को प्रसारित कर रहा है कि भारत ने कश्मीर में लाखों सैनिकों को एकत्रित कर रखा है और वह पाकिस्तानी सीमा में कभी भी हमला कर सकते हैं। लिहाजा इस मुद्दे के जरिए पाकिस्तान सीमा पर अपनी ताकत का इजाफा कर रहा है।
एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने सीमा पर टैंक को तैनात कर दिया था। वहीं वह और ज्यादा सैनिकों को सीमा पर बढ़ा रहा है। पाकिस्तानी सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए एक रिपोर्ट तैयार की है। जिसके तहत उसने आरोप लगाया है कि संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करने और भारतीय क्षेत्र से उसके क्षेत्र में गोलाबारी हो रही हैं। जिसके कारण उसने आर्टिलरी बंदूकें भी तैनात कर दी हैं।
फिलहाल सेना से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने एलओसी पर स्पेशल सर्विस ग्रुप के लगभग दो हजार सैनिक और 90,000 सैनिकों को तैनात किया है। जबकि पाकिस्तान दुनिया में प्रसारित कर रहा है कि घाटी में भारतीय सेना और अर्धसैनिक बल कुल 2.31 लाख है। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर के पुलिस के एक लाख से ज्यादा सिपाही वहां पर मौजूद हैं।