इमरान खान अपने बड़बोले बयानों के जाने जाते हैं। वह कब क्या बोल दें उन्हें इसकी समझ नहीं हैं। पिछली बार जब वह अमेरिका गए थे तो उन्होंने साफ तौर पर स्वीकार किया था कि पाकिस्तान में कई आतंकी गुट हैं। दो दिन पहले ही उन्होंने स्वीकार की किया कि अलकायदा को ट्रेनिंग पाकिस्तान ने ही दी थी। इसके लिए उन्होंने अमेरिका नाम भी लिया था। हालांकि अमेरिका ने इमरान खान के बयान को कोई तवज्जो नहीं दी। लेकिन पाकिस्तान में इमरान के भाषण को लेकर काफी चर्चा हुई। बताया जाता है कि इमरान के भाषण को लेकर पाकिस्तानी सेना भी उनसे नाराज है।
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में आज पाकिस्तान के राष्ट्रपति इमरान खान का भाषण हैं। इमरान के भाषण से पहले पीएम मोदी का भाषण हैं। जहां भारत को पीए मोदी के भाषण का इंतजार है वहीं पाकिस्तान में वहां के लोग इमरान खान के भाषण से पहले डरे हुए हैं। पाकिस्तानियों को डर है कि कहीं इमरान खान पाकिस्तान का राज दुनिया के सामने न खोल दें। क्योंकि इस तरह की गलती इमरान खान पहले ही कर चुके हैं।
इमरान खान अपने बड़बोले बयानों के जाने जाते हैं। वह कब क्या बोल दें उन्हें इसकी समझ नहीं हैं। पिछली बार जब वह अमेरिका गए थे तो उन्होंने साफ तौर पर स्वीकार किया था कि पाकिस्तान में कई आतंकी गुट हैं। दो दिन पहले ही उन्होंने स्वीकार की किया कि अलकायदा को ट्रेनिंग पाकिस्तान ने ही दी थी। इसके लिए उन्होंने अमेरिका नाम भी लिया था।
हालांकि अमेरिका ने इमरान खान के बयान को कोई तवज्जो नहीं दी। लेकिन पाकिस्तान में इमरान के भाषण को लेकर काफी चर्चा हुई। बताया जाता है कि इमरान के भाषण को लेकर पाकिस्तानी सेना भी उनसे नाराज है। क्योंकि इमरान के बयान से पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की पोल खुल गई है।
वहीं आज पाकिस्तान के लोग इमरान के बयान से पहले डरे हुए हैं। उनको लगता है कि कश्मीर को लेकर इमरान खान कहीं पाकिस्तान की पोल न खोल दे या फिर दुनिया भर के लोगों को धमकी न दें। इससे पाकिस्तान की ही मुश्किलें बढ़ेंगी और पाकिस्तान विश्व बिरादरी से अलग-थलग पड़ जाएगा। पाकिस्तानियों का मानना है कि इमरान को लेकर तो बयान जरूर देंगे।
जबकि देश की अर्थव्यवस्था को लेकर कुछ नहीं कहेंगे। पाकिस्तान आर्थिक तौर पर कंगाल हो चुका है। जबकि इमरान खान कश्मीर पर रोना रो रहे हैं। पाकिस्तान के टीवी चैनलों में इमरान खान के बयान को लेकर डिबेट हो रही है। लोगों का कहना है कि इमरान खान को यूएन में भाषण पढ़कर देना चाहिए क्योंकि बिना पढ़े बोले तो वो कोई बड़ी गलती कर देंगे और अपने ही देश की पोल खोल देंगे।