हालांकि राज्य के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह पिछले दिनों पुलिस कर्मियों का तनाव कम करने के लिए उन्हें साप्ताहिक अवकाश देने का ऐलान कर चुके हैं। लेकिन पुलिसकर्मियों की संख्या का कम होना भी आत्महत्या के बड़े कारणों में से एक है। क्योंकि इसके कारण पुलिसकर्मियों को कई कई घंटे काम करना पड़ रहा है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मी तनाव में है। लिहाजा राज्य में आत्महत्या करने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। पिछले दिनों की कई पुलिसकर्मियों ने मौत को गले लगाया था। लेकिन दो महिला पुलिसकर्मियों की खुदकुशी करने का मामला सामने आ रहा है।
हालांकि राज्य के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह पिछले दिनों पुलिस कर्मियों का तनाव कम करने के लिए उन्हें साप्ताहिक अवकाश देने का ऐलान कर चुके हैं। लेकिन पुलिसकर्मियों की संख्या का कम होना भी आत्महत्या के बड़े कारणों में से एक है। क्योंकि इसके कारण पुलिसकर्मियों को कई कई घंटे काम करना पड़ रहा है। राज्य में अंबेडकरनगर जिले में एक महिला सिपाही ने पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी।
जानकारी के मुताबिक जैतपुर थाने में तैनात महिला सिपाही अनीता सरोज अपने सरकारी आवास के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सिपाही की आत्महत्या की खबर के बाद जिले के एसपी मौके पर पहुंचे। इस दौरान वहां पर मृतक महिला सिपाही के पास एक सूइसाइड नोट व डायरी बरामद हुआ है। पुलिस का कहना है कि मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ था। अपने सुसाइड नोट में महिला ने थाने में तैनात पूर्व सिपाही राजीव यादव को दोषी बताया है।
वहीं दूसरी घटना बलिया जिले के पुलिस लाइंस की है। जहां महिला बैरक के ऊपरी मंजिल पर मौजूद एक कमरे में एक महिला सिपाही ने पंखे से फांसी लगाकर जान दे दी। जानकारी के मुताबिक महिला सिपाही का नाम नीतू यादव है और वह जौनपुर जिले की रहने वाली है। अपनी मौत के लिए उसने एक साथ पुरुष सिपाही और एक महिला सिपाही को दोषी ठहराया है।
फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है और महिला के परिवारीजनों को सूचना देने के साथ शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। महिला सिपाही के आत्महत्या का मामला होने के कारण जिले के एसपी देवेंद्र नाथ भी पहुंचे।