ऐसी खबरें हैं कि प्रियंका विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर पीएम मोदी को चुनौती दे सकती हैं। हालांकि राहुल गांधी ने पहले कहा था कि प्रियंका 2022 में पार्टी का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में चेहरा होंगी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उतारने को लेकर पार्टी में कोई फैसला नहीं हो पाया है। लेकिन प्रियंका गांधी ने एक बार फिर कहा है कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष चाहेंगे तो वह वाराणसी से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
प्रियंका के चुनाव लड़ने की अटकलें जोरों पर हैं। प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा भी इसका इशारा कर चुके हैं। रविवार को वायनाड दौरे पर पहुंची प्रियंका से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'अगर कांग्रेस अध्यक्ष मुझसे वाराणसी से चुनाव लड़ने को कहते हैं, तो मुझे बहुत खुशी होगी।' कांग्रेस ने अभी तक वाराणसी सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। स्थानीय कार्यकर्ता प्रियंका से चुनाव लड़ने की मांग भी कर रहे हैं।
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कुछ समय पहले रायबरेली में कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान जब उन्हें सोनिया गांधी की जगह चुनाव लड़ने के लिए कहा गया तो प्रियंका ने कहा, 'वाराणसी से लड़ना कैसा रहेगा?' इसी बयान के बाद से उनके वाराणसी से चुनाव लड़ने की अटकलों को हवा मिली।
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राहुल दोनों सीटों से जीते तो अमेठी से लड़ेंगी उपचुनाव
ऐसी खबरें हैं कि प्रियंका विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर पीएम मोदी को चुनौती दे सकती हैं। हालांकि राहुल गांधी ने पहले कहा था कि प्रियंका 2022 में पार्टी का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में चेहरा होंगी। पार्टी में यह विचार भी हो रहा है कि राहुल गांधी अगर दोनों लोकसभा सीटों से जीत जाते हैं तो वह अमेठी से इस्तीफा दे देंगे। ऐसे में प्रियंका को अमेठी से उपचुनाव लड़ाया जा सकता है। इससे उन्हें 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए अच्छा लांच पैड मिल जाएगा।
दरअसल, वाराणसी को लेकर कांग्रेस काफी असमंजस में है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि वाराणसी में हाल ही में एक आंतरिक सर्वे किया गया। पार्टी की जमीनी मजबूती के लिए किए गए इस आंकलन के बाद अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। साल 2014 में अजय राय वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ मैदान में थे। तब आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने पीएम को वाराणसी में चुनौती दी थी।