bharatkeveer.gov.in वेबसाइट पर इतने ज्यादा लोग विजिट कर रहे हैं कि वह कई बार क्रैश हो गई। इसके बाद लोगों ने बाकायदा सोशल मीडिया पर वेबसाइट न चलने की शिकायत की।
पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए भीषण फिदायीन हमले के बाद से पूरे देश में गम और गुस्से का माहौल है। लोग पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए आतुर हैं। वहीं शहीदों के परिवारों के साथ भी खड़े नजर आ रहे हैं। शहीदों के परिवारों को आर्थिक मदद देने के लिए बनाई गई bharatkeveer.gov.in वेबसाइट पर दान देने वाली का हुजूम उमड़ पड़ा है। वेबसाइट पर इतने ज्यादा लोग विजिट कर रहे हैं कि वह कई बार क्रैश हो गई। इसके बाद लोगों ने बाकायदा सोशल मीडिया पर वेबसाइट न चलने की शिकायत की। हर कोई अपनी तरफ से सीआरपीएफ के शहीद परिवारों की मदद करना चाहता है।
केंद्रीय गृहमंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, महज 36 घंटे में भारतीयों ने इस वेबसाइट पर 3.5 करोड़ रुपये दान किए। यानी हर घंटे में bharatkeveer.gov.in को सीआरपीएफ के शहीद सुरक्षाकर्मियों के लिए 10 लाख रुपये का चंदा मिला। 24 घंटे में 15,000 से ज्यादा लोगों ने वेबसाइट पर विजिट किया है। हालांकि शनिवार देर शाम तक यह आंकड़ा छह करोड़ रुपये को पार कर गया।
गृह मंत्री कार्यालय की तरफ से एक ट्वीट में कहा गया है, 'पिछले कुछ दिनों में bharatkeveer.gov.in पर उन लोगों की तरफ से जबरदस्त रेस्पॉन्स मिला है, जो सहयोग करना चाहते हैं। गृह मंत्रालय इसके लिए आभारी है। हालांकि हेवी ट्रैफिक की वजह से वेबसाइट के संचालन में कुछ लोगों को परेशानी भी हो रही है।'
During the last few days there has been a tremendous response from people wanting to contribute through the website : https://t.co/wkuXoWnRJL
MHA is grateful for this support.
However Due to heavy traffic, sometimes a slow down is reported in accessing the website.
गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, कई लोगों और संगठनों ने एक दिन का वेतन देने का प्रस्ताव दिया है। गांव-कस्बे से लेकर एनआरआई तक, बच्चे से लेकर बूढ़े लोग तक इसमें अपना योगदान दे रहे हैं।
2017 में लॉन्च हुई वेबसाइट के जरिए शहीदों के लिए अब तक 40 करोड़ रुपये जमा किए जा चुके हैं। इस वेबसाइट पर आकर लोग रोजाना लगभग 8 लाख रुपये दान करते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर वेबसाइट को 50 लाख रुपये का दान मिला था। हालांकि पुलवामा हमले के बाद जिस तरह से लोगों की संख्या में उछाल आया है, वह अप्रत्याशित है। इस वेबसाइट पर कोई भी किसी व्यक्ति शहीद के खाते में पैसा (अधिकतम 15 लाख रुपये) डाल सकता है। इसके अलावा भारत के वीर फंड में भी पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है। प्रत्येक शहीद के लिए 15 लाख रुपये की अधिकतम राशि की सीमा निर्धारित है। अगर किसी शहीद के लिए आ रहे दान की सीमा 15 लाख रुपये पहुंच जाती है तो दानदाता को अलर्ट किया जाता है और वह अपना योगदान घटा सकता है या अतिरिक्त राशि को किसी दूसरे शहीद के खाते में स्थानांतरित कर सकता है। राशि को भारत के वीर फंड में डाला जा सकता है।
भारत के वीर फंड का प्रबंधन वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और प्रख्यात लोगों की समिति करती है। इनकी संख्या बराबर होती है। समिति का काम यह तय करना होता है कि जरूरत और तात्कालिकता के आधार पर सैनिकों के परिवारों में पैसों का समान वितरण कैसे किया जाए। इस वेबसाइट के माध्यम से जमा होने वाली राशि को असम राइफल्स, बीएसएफ, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एनएसजी और एसएसबी के जवानों के परिवारों को दिया जाता है।
is something we cannot & will not forget.We’re all angry & it’s time to act. So act now,donate to the martyrs of Pulwama on https://t.co/5j0vxsSt7f There’s no better way to pay homage to them & show your support.This is the only official site,pls don’t fall prey to fakes pic.twitter.com/sYruUtzgKY
— Akshay Kumar (@akshaykumar)गणतंत्र दिवस पर भी अभिनेता अक्षय कुमार ने लोगों से इस वेबसाइट पर आकर दान करने की अपील की थी।
This Republic Day lets do our duty for the Bravehearts kyunki woh hain toh hum hain. Contributions to are now exempted under 80(G) of the Income Tax Act.
So log onto https://t.co/XL9ubTxtrg now to contribute. pic.twitter.com/t2Ok7nSTcB
Deeply anguished...
May God give strength and support to the families of the bravehearts.
I feel your pain
Salute to your spirit and sacrifice, dear brothers and sisters in uniform. pic.twitter.com/di4eebWAie
💐शहीदों को नमन एवं श्रद्धांजलि💐 I have contributed my one day salary to to support . You can also make little contribution to pay homage & support our Government’s effort to support their families. pic.twitter.com/IBsvE68Cc7
— संदीप मित्तल,IPS (@smittal_ips)They protect our families.
We must stand by the families of our soldiers.
No contribution can be substantial for our soldiers' lives, but we have to do our bit, I've done mine.
Together let's Contribute, together we will create a support system.https://t.co/pHp7ITOdit pic.twitter.com/G9ztDj0gvI