डिप्रेशन ने ली इस डॉक्टर परिवार के 4 लोगों की जान, सहम गया सुनने वाला हर इंसान

By Rajkumar UpadhyayaFirst Published Dec 6, 2023, 8:49 PM IST
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डॉक्टर अरुण कुमार सिंह (45) मिर्जापुर के रहने वाले थे। रायबरेली के आधुनिक रेल कोच कारखाना स्थित अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ थे। साल 2017 से कार्यरत थे। परिसर में ही आवास भी था। जहां परिवार के साथ रहते थे। रविवार को उन्हें और उनकी फैमिली को देखा गया था।

रायबरेली। यूपी के रायबरेली जिले में डिप्रेशन की वजह से एक डॉक्टर का हंसता-खेलता परिवार मौत के मुंह में समा गया। सरकारी डॉक्टर ने पहले अपनी पत्नी और बच्चों को बेहोशी की दवा देकर सुला दिया। फिर हथौड़े से सिर पर वार कर निर्मम हत्या कर दी और खुद भी सुसाइड कर लिया। डॉक्टर ने सुसाइड करने के लिए पहले अपने हाथ की नस काटी। फिर भी जब मौत नहीं हुई तो फांसी के फंदे पर झूल गया। इस दर्दनाक वारदात के सामने आने के बाद इलाके के लोग हैरान है।

मिलनसार था डॉक्टर का परिवार

स्थानीय लोगों का कहना है कि डॉक्टर का परिवार स्वभाव से मिलनसार था। सभी लोगों के साथ मिल जुलकर रहता था। प्रथमदृष्टया पुलिस वारदात की वजह डिप्रेशन मान रही है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी। पुलिस मृतकों की कॉल डिटेल की भी पड़ताल कर रही है। पड़ोसियों का कहना है कि इतनी बड़ी वारदात की वजह परिवार का कोई बड़ा विवाद हो सकता है। उनका मरीजों से व्यवहार अच्छा था। 

डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं पहुंचे तो साथ काम करने वाले पहुंचे घर

डॉक्टर अरुण कुमार सिंह (45) मिर्जापुर के रहने वाले थे। रायबरेली के आधुनिक रेल कोच कारखाना स्थित अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ थे। साल 2017 से कार्यरत थे। परिसर में ही आवास भी था। जहां परिवार के साथ रहते थे। रविवार को उन्हें और उनकी फैमिली को देखा गया था। बीते दो दिनों से वह ड्यूटी पर नहीं गए, तो लोगों ने उनको कॉल किया। पर कॉल भी रिसीव नहीं हुआ तो सहकर्मियों को चिंता हुई और लोग उनके आवास पहुंचे। घर का दरवाजा अंदर से बंद था और आवाज देने पर भी कोई रिस्पांस नहीं आ रहा था। ऐसे में अनहोनी की आशंका के चलते लोगों ने पुलिस को सूचना दी।

डिप्रेशन से पीड़ित था डॉक्टर

मौके पर पहुंची पुलिस डॉक्टर के घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी तो दृश्य देखकर दंग रह गई। डॉक्टर अरुण कुमार की डेड बॉडी फंदे से लटक रही थी। पत्नी अर्चना (40) बेटे आरव (04) और बेटी अरीबा (12) की भी डेड बॉडी मिली। फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस का कहना है कि साक्ष्यों के अनुसार, पत्नी और बच्चों को नशे की दवा खिलाकर बेहोश किया गया और फिर हथौड़े से सिर पर वार कर हत्या की गई। शुरुआती जांच में पता चला है कि डॉक्टर डिप्रेशन से पीड़ित थे।

लोगों के मन में उठ रहें ये सवाल

इलाके के लोगों का कहना है कि यदि डॉक्टर को अपनी पत्नी और बच्चों को मारना ही था तो उन्होंने हत्या का वीभत्स तरीका क्यों चुना? यदि वह अपने परिवार को मारना चाहते तो इंजेक्शन वगैरह देकर भी मार सकते थे। ​सिर पर हथौड़ा मारकर परिवार की हत्या करने की बात आसपास के लोगों के गले के नीचे नहीं उतर रही है। 

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