राहुल गांधी ने ट्रांसजेंडर को बनाया अपना सिपहसालार, जानें कौन है वो

By Team MyNation  |  First Published Jan 9, 2019, 9:55 AM IST

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने तमिलनाडू की सामाजिक कार्यकर्ता और नेता अप्सरा रेड्डी को पार्टी की महिला विंग का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है. अप्सरा पार्टी में इतने बड़े पद पर नियुक्त होने वाली पहली ट्रांसजेंडर है.

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने तमिलनाडू की सामाजिक कार्यकर्ता और नेता अप्सरा रेड्डी को पार्टी की महिला विंग का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है. अप्सरा पार्टी में इतने बड़े पद पर नियुक्त होने वाली पहली ट्रांसजेंडर है. अप्सरा कभी भाजपा की नेता भी रह चुकी हैं और तमिलनाडू की एमआईडीएमके की प्रवक्ता भी रह चुकी हैं.

अप्सरा तमिलनाडू की राजनीति में जाना पहचाना चेहरा है. उन्हें अपने प्रगतिशील विचारों के लिए राज्य में जाना जाता है. कांग्रेस को लगता है कि आगामी चुनाव में ट्रांसजेंडर वर्ग का वोट हासिल करने के लिए अप्सरा बड़ी भूमिका निभा सकती हैं और अब पार्टी ने उन्हें महिला शाखा का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है. इसके जरिए राहुल ये भी साबित करना चाहते हैं पार्टी प्रगतिशील विचारों को मानती है. असल में अप्सरा ने वैसे तो लड़के के रूप में जन्म लिया था, लेकिन बाद में उसने अपना लिंग बदलवा लिया था और फिर उसके बाद 2016 में वह भाजपा में शामिल हो गयी थी. आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में जन्मीं अप्सरा रेड्डी का असली नाम अजय रेड्डी था.  लेकिन बाद में सामाजिक तानों से तंग आकर उसने  अपना लिंग बदलने का फैसला किया और अपना नाम बदला. इसके लिए उसने थाईलैंड के येन ही अस्पताल में अपना लिंग परिवर्तन कराया. डॉक्टर सोमभून थामरुन्गरांग ने उनका ऑपरेशन किया था. अप्सरा को पहले 3 महीनों तक देखरेख में रखा गया था. वो 8 महीने तक बैंकॉक में रहीं और उसके बाद अप्सरा की सर्जरी हुई. अप्सरा की सर्जरी 8 घंटे से भी ज्यादा चली और उसके बाद उन्हें दो घंटे तक निगरानी में रखा गया. जब अप्सरा को होश आया तो उन्हें काफी दर्द हुआ हालांकि वो फिर भी बेहद खुश थीं.

हालांकि अप्सरा का मन भाजपा में नहीं लगा और उन्होंने एआईडीएमके की सदस्यता ली. पार्टी ने उन्हें प्रवक्ता के पद पर नियुक्त किया. लेकिन पार्टी की नेता जयललिता के निधन के बाद पार्टी के भीतर मचे घमासान के बाद उन्होंने पार्टी से किनारा कर लिया और अब उन्होंने  कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया है.

भाजपा छोड़ने के वक्त अप्सरा का कहना था कि भाजपा में स्वतंत्र विचारों के लिए कोई जगह नहीं है. लिहाजा वह पार्टी छोड़ रही हैं. अप्सरा के विचारों को देखते हुए ही तमिलनाडू में उन्हें स्वर्गीय जयललिता ने पार्टी का प्रवक्ता बनाया था.

ऑस्ट्रेलिया और लंदन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाली अप्सरा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पत्रिकाओं के साथ काम कर चुकी हैं. उन्होंने राज्य में स्वास्थ्य के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया है और वह महिलाओं के मुद्दों पर अकसर मुखर रहती हैं. अप्सरा ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार का हम लोगों के प्रति उदासीन है और हमें दान नहीं बल्कि सम्मान और समानता चाहिए. अप्सरा रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस वास्तव में एक ऐसी  

पार्टी है जिसने भारत का निर्माण किया और हमें अच्छी नीति दी.कल कांग्रेस पार्टी ने उन्हें पार्टी की महिला इकाई का राष्ट्रीय महासचिव बनाया है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ज्वाइन कराते हुए राष्ट्रीय महासचिव का जिम्मा सौंपा. अप्सरा कांग्रेस में इतने बड़े पद पर नियुक्त होने वाली पहली ट्रांसजेंडर समुदाय की पहली पदाधिकारी हैं.

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