बीजेपी ने सूर्यकांता व्यास को लगातार जोधपुर से टिकट दिया, 6 बार विधायक रहीं। पर इस बार जरा सी बयानबाजी की वजह से टिकट कट गया। ऐसे में जब उनसे मिलने सीएम गहलोत एक ही दिन में दो बार पहुंचे तो व्यास का चेहरा खिल गया। पहली मुलाकात दोपहर और दूसरी रात साढ़े बारह बजे उनके आवास पर हुई।
जोधपुर। बीजेपी ने सूर्यकांता व्यास को लगातार जोधपुर से टिकट दिया, 6 बार विधायक रहीं। पर इस बार जरा सी बयानबाजी की वजह से टिकट कट गया। ऐसे में जब उनसे मिलने सीएम गहलोत एक ही दिन में दो बार पहुंचे तो व्यास का चेहरा खिल गया। पहली मुलाकात दोपहर और दूसरी रात साढ़े बारह बजे उनके आवास पर हुई। हालांकि उनकी मुलाकात को सामान्य बताया जा रहा है। पर सियासी गलियारों में चर्चा है कि कुछ पक रहा है। आइए विस्तार से जानते हैं इस बारे में।
गहलोत और व्यास के संबंध कैसे?
दरअसल, पुष्करणा ब्राहम्ण परिवार की सूर्यकांता व्यास जोधपुर के पुराने शहर में रहती हैं। यहीं से सीएम गहलोत भी आते हैं। दोनो के बीच संबंध भी मधुर हैं। गहलोत बातचीत में सूर्यकांता व्यास को जीजी यानि बड़ी बहन कहते हैं। संबंधों की गहराई इतनी है कि सरकार भले ही कांग्रेस की हो, पर सूर्यकांता व्यास का कोई काम नहीं रूकता।
कहां से शुरु हुआ विवाद?
बात बीते दिनों की है। जब बढ़ती चुनावी सरगर्मियों के बीच सूर्यकांता व्यास ने गहलोत की तारीफ कर दी। वह भी इसलिए क्योंकि गहलोत ने पुष्करणा ब्राहम्ण समाज को करीब पांच करोड़ रुपए दिए थे, जो पहले से तय था। इससे समाज के विकास के काम कराए। इसी को लेकर व्यास ने सीएम गहलोत को थैंक्यू कहा। गहलोत ने भी जीजी को जवाब में थैंक्यू बोल दिया। बस यही बात स्थानीय बीजेपी नेताओं को अखर गई।
केंद्रीय मंत्री और व्यास के बीच हुआ वार-पलटवार
राजस्थान की सियासत में इन बयानों के मायने खोजे जाने लगे। केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह जोधपुर के ही रहने वाले हैं। उन्होंने व्यास पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें बुढ़ापा आ गया है। इस वजह से उसकी समझ कम होती जा रही है। व्यास ने भी पलटवार करते हुए कहा था कि जब गजेन्द्र पैदा भी नहीं हुए थे। उस समय से राजनीति कर रही हूं। फिर वही हुआ, जिसका अंदेशा था। बीजेपी ने सूर्यकांता व्यास को टिकट नहीं दिया। इस पर गहलोत ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी मेरी प्रशंसा करने वालों के टिकट काट रही है।
दिन में दो बार व्यास से मिले सीएम गहलोत
इन सबके बीच अब सीएम गहलोत और सूर्यकांता व्यास की मुलाकात हुई है। वह भी रात में साढ़े बारह बजे दोनों की मुलाकात ने राजस्थान की सियासत में हलचल मचा दी है। यह भी कहा जा रहा है कि सूर्यकांता व्यास की अपने इलाके में इतनी पकड़ है कि यदि कांग्रेस उनको प्रत्याशी बनाती है तो वह बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सकती हैं और सीट निकालने की भी क्षमता रखती है।