रांची विश्वविद्यालय में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षण की व्यवस्था कर दी गई है। इसके लिए 10 फीसदी सीटें बढ़ाई गई हैं।
रांची: विश्वविद्यालय प्रशासन ने गरीब सवर्णों को आरक्षण देने से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है। यह इसी वर्ष से प्रभावी हुआ है। इसके लिए कॉलेजों में स्नातक और पीजी में सीटों की संख्या बढ़ा दी गई है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बुधवार को इसकी अधिसूचना जारी की. लेकिन नामांकन में इसी वर्ष से आरक्षण व्यवस्था प्रभावी हो गई है।
विश्वविद्यालय के सभी पीजी विभाग और कॉलेजों में इसके लिए सीटों की संख्या में दस फीसदी की बढ़ोतरी की गयी है। इसके लिए सभी प्राचार्यों और स्नातकोत्तर विभाग के विभागाध्यक्षों को 10 फीसदी आरक्षण बढ़ाने से संबंधित पत्र भेज दिया गया है। जिसमें उन्हें इस अधिसूचना की जानकारी प्रदान की गई है।
विश्वविद्यालय द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि नामांकन प्रक्रिया में राज्य सरकार द्वारा प्रभावी आरक्षण लागू होगा। आरक्षण का लाभ लेने के लिए सरकार द्वारा तय प्रावधान के अनुरूप अपनी आर्थिक स्थिति का प्रमाण पत्र देना होगा। विश्वविद्यालय में अब कुल 60 फीसदी सीटें अलग-अलग श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। जबकि 40 फीसदी सीट पर सीधा नामांकन लिया जायेगा।
नई योजना के लागू होने से रांची विश्वविद्यालय के पीजी विभाग के कॉमर्स विषय के लिए सीटों की संख्या सबसे ज्यादा यानी 550 हो गयी है। इसके बाद नंबर आता है अर्थशास्त्र, टीआरएल, भूगोल और अंग्रेजी विषय का जिसमें 330-330 सीटें बढ़ाई गई हैं। इसके बाद गणित और हिंदी में सबसे ज्यादा 275 सीटें हुई हैं।