राज्य की टीएमसी सरकार ने राज्यपाल की यात्रा के लिए राज्य सरकार से एक हेलिकॉप्टर का अनुरोध किया था। लेकिन इस बार राज्य सरकार ने इसके लिए अनुमति दे दी है। जबकि इससे पहले राज्य सरकार ने सीधे तौर पर मना कर दिया था। इसे राज्य प्रशासन और राजभवन के बीच सुलह के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
कोलकाता। लगता है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जीं और राज्य के राज्यपाल ओपी धनखड़ के बीच लगता है सुलह हो गई है। राज्य सरकार राज्यपाल के प्रति नरम हो गई है। क्योंकि अभी तक धनखड़ और ममता बनर्जी के बीच छत्तीस का आंकड़ा चल रहा था। लेकिन अब राज्य सरकार ने धनखड़ के प्रति नरम रूख दिखाते हुए सरकारी हेलीकॉप्टर मुहैया कराया है।
राज्य की टीएमसी सरकार ने राज्यपाल की यात्रा के लिए राज्य सरकार से एक हेलिकॉप्टर का अनुरोध किया था। लेकिन इस बार राज्य सरकार ने इसके लिए अनुमति दे दी है। जबकि इससे पहले राज्य सरकार ने सीधे तौर पर मना कर दिया था। इसे राज्य प्रशासन और राजभवन के बीच सुलह के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को शांतिनिकेतन की यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर मुहैया कराने का फैसला किया है।
राज्य सरकार से राज्यपाल के सचिवालय ने धनखड़ की यात्रा के लिए राज्य सरकार से एक हेलिकॉप्टर का अनुरोध किया था। जबकि पिछले यात्राओं के लिए राज्य सरकार ने साफ तौर पर मना किया था कि हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल राज्यपाल नहीं कर सकते हैं। क्योंकि राज्य की सीएम भी कार का इस्तेमाल करती हैं। वहीं सात फरवरी से शुरू होने वाले राज्य के बजट सत्र पर चर्चा के लिए राज्यपाल ओपी धनखड़ ने राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा और संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी के साथ बैठक की।
गौतललब है पिछले दिनों ही राज्यपाल को कोलकाता यूनिवर्सिटी से बाहर वापस आना पड़ा था क्योंकि वहां वह छात्रों ने राज्यपाल का रास्ता रोक दिया था। इससे पहले ही भी राज्य में राज्यपाल की पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई गई। राज्य सरकार राज्यपाल पर केन्द्र सरकार का एजेंट होने का आरोप लगाती है। वहीं राज्यपाल ने साफ तौर पर कहा था कि राज्य में कानून व्यवस्था खराब हो गई हैं। जिसको लेकर ममता बनर्जी नाराज चल रही थी।