राहत: अब छठ पर घर जाना होगा और भी आसान, रेलवे 100 नई ट्रेन चलाने की तैयारी में

By Team MyNation  |  First Published Sep 22, 2020, 5:30 PM IST

फिलहाल रेलवे अभी स्पेशल श्रेणी की ट्रेनों के साथ 40 क्लोन ट्रेन चला रहा है। पिछले कुछ दिनों से रेलवे में यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है। कोरोना संकट काल में यात्रियों की संख्या एक बार कम होने के बाद अब लोग आवाजाही के लिए ट्रेनों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के बीच भारतीय रेल स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अगले महीने से और ज्यादा ट्रेनें चलाने की तैयारी में है।  रेलवे का कहना की यात्रियों को अगले महीने से और ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी और त्योहारों के मौसम को देखते हुए ट्रेनों की संख्या में अगले माह से और बढ़ोतरी की जाएगी। रेलवे अक्टूबर और नवंबर में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए व्यस्ततम रूटों पर लगभग 100 और नई ट्रेन चलाई की तैयारी में है। वहीं इसमें ज्यादातर ट्रेनें गैर वातानुकूलित श्रेणी होगी।

फिलहाल रेलवे अभी स्पेशल श्रेणी की ट्रेनों के साथ 40 क्लोन ट्रेन चला रहा है। पिछले कुछ दिनों से रेलवे में यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है। कोरोना संकट काल में यात्रियों की संख्या एक बार कम होने के बाद अब लोग आवाजाही के लिए ट्रेनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि अभी  तक जो अधिकांश ट्रेनें चलाई जा रही हैं वह क्लोन ट्रेन हैं और वातानुकूलित श्रेणी की है। इन ट्रेनों में ज्यादा किराया होने के कारण आम यात्री सफर नहीं कर पाता है। हालांकि रेलवे का मानना है कि इससे मूल ट्रेनों पर दबाव कम हुआ है। लेकिन आम यात्रियों के लिए अभी ज्यादा ट्रेनें नहीं हैं। वहीं ट्रेन संचालित होने के बावजूद शयनयान और सामान्य श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्रियों की दिक्कतों में कोई कमी नहीं आई है।

रेलवे का कहना है कि अगले महीने अक्टूबर-नवंबर में दुर्गा पूजा से लेकर दशहरा, दिवाली और छठ के बड़े त्यौहार हैं और ऐसे में लोगों की आवाजाही बढ़ जाएगी। लिहाजा रेलवे ने अगले महीने से लगभग 100 ट्रेन और चलाने की तैयारी की है। इनमें से आधी से ज्यादा बिहार और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली होंगी। रेलवे सभी श्रेणी की ट्रेनों को संचालित करेगा और इसमें विशेष श्रेणी वाली होंगी जो सभी आरक्षित कोच वाली होगी।  रेलवे का कहना है कि हर जोन से संभावित जरूरत के मुताबिक ट्रेनों को संचालित  किया जाएगा और यात्रियों की संख्या को देखते हुए ट्रेनों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है।
 

click me!