प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालिया कश्मीर दौरे के दौरान कहा था कि, "जम्मू-कश्मीर में कई नदियां हैं जिनके पास बिजली उत्पादन की संभावना है। जिससे ना केवल राज्य की बिजली की आवश्यक्ता पूरी होगी बल्कि देश के बाकी हिस्सों को भी बिजली की सप्लाई हो सकती है।
दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत कश्मीर के 2745 गांवों में से 2730 गांवों को विद्युतीकृत कर दिया गया है। यह नरेंद्र मोदी सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। कश्मीर के सभी दस जिलों के 99.4 प्रतिशत गांवों में विद्युतीकरण के लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है। सरकार के लिए यह बड़ी उपलब्धी है शेष जो कार्य बचा है उसे जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
जम्मू के आरटीआई कार्यकर्ता रोहित चौधरी के द्वारा दायर आरटीआई के जवाब में राज्य पीडीडी विभाग के कश्मीर ईएम और आरई विंग ने यह आंकड़ा प्रस्तुत किया है। राज्य विद्यूत विभाग ने आरटीआई के जवाब में बताया कि श्रीनगर के सभी 11 गांवों में विद्युतीकरण कर दिया गया है, अनंतनाग के 342 गांवों को बारामुल्ला के 518 गांवों और बडगाम के 476 गांवों को रोशन कर दिया गया है।
आरटीआई में इस बात की भी जानकारी मिली की गंदरबल के 117 गांव, कुल्लम के 231 गांव, पुलवामा के 329 गांव और सोपीया के 229 गांवों में भी 100% विद्युतीकरण के लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालिया कश्मीर दौरे के दौरान कहा था कि, "जम्मू-कश्मीर में कई नदियां हैं जिनके पास बिजली उत्पादन की संभावना है। जिससे ना केवल राज्य की बिजली की आवश्यक्ता पूरी होगी बल्कि देश के बाकी हिस्सों को भी बिजली की सप्लाई हो सकती है।
जम्मू-कश्मीर में बिजली वितरण नेटवर्क में सुधार के लिए 4 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं ताकि राज्य के हर गांव और शहर को बिजली से जगमग किया जा सके।
बांदीपोरा और कुपवाड़ा केवल दो जिले हैं जहां अभी तक 100 प्रतिशत विदुतिकरण करने का ल्क्ष्य हासिल नहीं हो पाया है। 122 में से 115 गांवों को बांदीपोरा में विद्युतीकृत किया गया है जबकि 370 में से 362 गांवों को कुपवाड़ा में विद्युतीकृत किया गया है। शेष गांवों को जल्द ही विद्युतीकरण किया जाएगा।