सबरीमला मंदिर खुलने से पहले निलक्कल में तनाव का माहौल

By Team Mynation  |  First Published Oct 17, 2018, 9:11 AM IST

सबरीमला मंदिर में मासिक धर्म की उम्र वाली लड़कियों और महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस द्वारा बल प्रयोग किए जाने के बाद मंदिर जाने के मुख्य रास्ते निलक्कल में माहौल तनावपूर्ण हो गया।

निलक्कल— केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के कपाट बुधवार खुलने जा रहा है। मंदिर के कपाट खुलने का समय जैसे-जैसे करीब आ रहा है वहां पर तनाव बढ़ता जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद यहां महिलाओं को प्रवेश नहीं देने की कोशिश की जा रही है। वहीं, स्वामी अयप्पा के दर्शन के लिए महिला श्रद्धालु जुटने लगीं हैं। मंदिर परिसर के बाहर विरोध-प्रदर्शन और तनाव के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।   

सबरीमला मंदिर में मासिक धर्म की उम्र वाली लड़कियों और महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस द्वारा बल प्रयोग किए जाने के बाद मंदिर जाने के मुख्य रास्ते निलक्कल में माहौल तनावपूर्ण हो गया।

इस बीच, भगवान अयप्पा की सैकड़ों महिला भक्तों ने निलक्कल में कई वाहनों को रोककर चेक किया। इस दौरान वे मासिक धर्म की उम्र वाली महिलाओं को आगे जाने से रोक दिया। इसके बाद तनाव और बढ़ गया है। मंदिर परिसर से करीब 20 किलोमीटर दूर निलक्कल बेस कैंप में भगवान अयप्पा के बहुत सारे भक्त ठहरे हुए हैं।

सबरीमला पहाड़ी से करीब 20 किलोमीटर दूर निलक्कल में बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों ने महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे समूह ‘सबरीमला आचार संरक्षण समिति’ के तंबू आदि भी हटा दिए हैं।

 

Kerala: of heavy security deployment near Nilakkal, the base camp of as the portals of the temple are all set to open today. pic.twitter.com/YomkknhEVl

— ANI (@ANI)

अयप्पा स्वामी मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने वाले उच्चतम न्यायालय के फैसले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कुछ श्रद्धालू धरना दे रहे हैं और अयप्पा मंत्र का जाप कर रहे हैं।
बुधवार तड़के जब प्रदर्शनकारियों ने मंदिर तक जाने के मुख्य रास्ते पर बसों को रोकने का प्रयास किया तो पुलिस को उनके खिलाफ बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस की कार्रवाई शुरू होते ही वहां बेहद कम संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारी भाग निकले।

सबरीमला आचार संरक्षण समिति के कार्यकर्ताओं ने सोमवार की रात तमिलनाडु से पम्बा जा रहे 45 और 40 वर्ष आयु के दंपति को केएसआरटीसी के बस से उतार दिया था।हालांकि, दंपति का कहना है कि वह सिर्फ पम्बा तक जाएंगे और सबरीमला पहाड़ी पर नहीं चढ़ेंगे। बाद में पुलिस उन्हें सुरक्षित ले गई।

भगवान अयप्पा स्वामी मंदिर जाने के मुख्य रास्ते निलक्कल पर महिला पुलिसकर्मियों सहित करीब 500 पुलिसकर्मी तैनात हैं।

उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अयप्पा स्वामी मंदिर के दरवाजे पहली बार बुधवार की शाम खुलने वाले हैं। पांच दिन की पूजा के बाद यह 22 अक्टूबर को फिर बंद हो जाएंगे।

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