सुरक्षा बलों को मिली बड़ी कामयाबी,पाकिस्तान का खतरनाक आतंकी था मारा अबु सैफुल्लाह

सुरक्षा बलों से मिली जानकारी के मुताबिक सैफुल्लाह पाकिस्तान का रहने वाला है और वह पिछले डेढ़ साल से अवंतीपोरा के त्राल इलाके में सक्रिय था और उसने कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया था। वह घाटी में युवाओं को भी आतंक की तरफ ले जा रहा था। सुरक्षा बलों को उसकी तलाश थी। वह जैश-ए- मोहम्मद के आतंकी कादिर यासिर का करीबी था।

Security forces achieve great success, Pakistan's dangerous terrorist was killed Abu Saifullah

श्रीनगर। तीन दिन पहले सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया आतंकी कोई और नहीं बल्कि पाकिस्तान का खतरनाक आतंकी अबु सैफुल्लाह था। जिसकी सुरक्षा बलों को तलाश थी। हालांकि तीन पहले एनंकाउंटर में सुरक्षा बल उसकी शिनाख्त नहीं कर सके। लेकिन अब खुलासा हो रहा है कि एनकाउंटर में मारा गया खतरनाक आतंकी पाकिस्तान का अबु सैफुल्लाह था। जो जैश के इशारे पर घाटी को दहलाने के लिए आया था।

फिलहाल उसके मारे जाने से सुरक्षा बलों ने राहत की सांस ली है। क्योंकि इस आतंकी की सुरक्षा बलों को काफी तलाश थी। हालांकि इस मुठभेड़ में में सेना का एक जवान और जम्मू पुलिस का एक विशेष पुलिस अधिकारी भी शहीद हो गया था। लेकिन उस दौरान मारे गए आतंकी की शिनाख्त हो गई है।  इस एनकाउंटर में मारे गए आतंकी की पहचान पाकिस्तान के आतंकी अबु सैफुल्लाह के तौर पर हुई है। सुरक्षा बलों की उसके साथ पुलवामा के अवंतीपोरा इलाके 21 जनवरी को मुठभेड़ हुई थी। जिसमें वह मारा गया था।

लेकिन सुरक्षा बलों उसकी शिनाख्त नहीं कर पाए थे। वह पाकिस्तान से घाटी में आतंक फैलाने के लिए आया था और सुरक्षाकर्मियों के मुताबिक सैफुल्लाह की उन्हें लंबे समय से तलाश थी। सुरक्षा बलों से मिली जानकारी के मुताबिक सैफुल्लाह पाकिस्तान का रहने वाला है और वह पिछले डेढ़ साल से अवंतीपोरा के त्राल इलाके में सक्रिय था और उसने कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया था। वह घाटी में युवाओं को भी आतंक की तरफ ले जा रहा था। सुरक्षा बलों को उसकी तलाश थी। वह जैश-ए- मोहम्मद के आतंकी कादिर यासिर का करीबी था।

सुरक्षा बलों का कहना है कि एनकाउंटर के वक्त सैफुल्लाह के साथ कई और आतंकी भी मौजूद थे। लेकिन वह मौके का फायदा उठाकर भाग गए थे और उन्हें पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। गौरतलब है कि राज्य में सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। जिसके चलते इस साल अब तक चार एनकाउंटर हो चुके हैं, जिसमें करीब आधा दर्जन से ज्यादा आतंकी मार गिराए हैं। वहीं राज्य के डीजीपी का कहना है कि राज्य में हिजबुल का नेटवर्क करीब खत्म हो गया है। लेकिन अभी भी राज्य में अन्य आतंकी संगठन मौजूद हैं।

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