पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सांसद थरूर के इस बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है। वहीं कांग्रेस ने उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया। थरूर ने भी सफाई देकर कहा, बयान को गलत पेश किया गया।
अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। इस बार उन्होंने राम मंदिर पर बयान दिया है। चेन्नई में 'द हिंदू लिट फॉर लाइफ डायलॉग 2018' में रविवार को कथित तौर पर उन्होंने कहा, 'कोई भी अच्छा हिंदू विवादित स्थान पर राम मंदिर नहीं चाहेगा। हिंदू अयोध्या को राम का जन्म स्थान मानते हैं इसलिए अच्छा हिंदू ढहाए गए पूजा स्थल पर राम मंदिर नहीं चाहेगा।'
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सांसद थरूर के इस बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है। वहीं कांग्रेस ने इसे थरूर का निजी बयान बताकर पल्ला झाड़ लिया है। उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने थरूर के बयान पर जोरदार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, थरूर का बयान कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचा कता है। कांग्रेस अपने नेता के बयान से दूरी बना सकती है।'
स्वामी ने कहा, 'सुनंदा पुष्कर हत्या मामले में थरूर के खिलाफ चार्जशीज दायर हो चुकी है, वो नीच आदमी है, उन्हें जेल होगी। राम मंदिर और हिंदुत्व के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। सभी संत अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होते देखना चाहते हैं।'
There is a charge-sheet against him, what can we say on the statement of such a person. Woh neech aadmi hai: Subramanian Swamy on Congress leader Shashi Tharoor's statement "no good Hindu would want a temple at Babri masjid site by demolishing somebody else’s place of worship" pic.twitter.com/U82Usvv1Cz
— ANI (@ANI)29 अक्टूबर से सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर पर सुनवाई शुरू करने जा रहा है। हालांकि बयान पर हंगामा खड़े होने के बाद थरूर ने सफाई दी। उन्होंने ट्वीट किया, 'मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। मैंने सिर्फ इतना कहा था कि बहुत से हिंदू इसलिए वहां पर मंदिर चाहते हैं, क्योंकि वहां पर श्रीराम की जन्मभूमि है। लेकिन एक अच्छा हिंदू नहीं चाहेगा कि ऐसी जगह मंदिर बने जहां किसी और के धार्मिक स्थल को गिराया गया हो। उन्होंने यह भी कहा, 'यह मेरा व्यक्तिगत बयान था, मैं अपनी पार्टी का प्रवक्ता नहीं हूं इसलिए मेरे बयान को पार्टी से ना जोड़ें।'
I condemn the malicious distortion of my words by some media in the service of political masters. I said: “most Hindus would want a temple at what they believe to be Ram’s birthplace. But no good Hindu would want it to be built by destroying another’s place of worship.”
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor)I was asked for my personal opinion at a literary festival & gave it as such. I am not a Spokesperson for my party & did not claim to be speaking for . https://t.co/aKeJvdLoqG
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor)उधर, कांग्रेस प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा, 'उनका बयान निजी है। यह मामला कोर्ट के विचाराधीन है। कांग्रेस का हमेशा से यह रुख रहा है और आज भी साफ तौर पर मानना है कि शीर्ष अदालत जो भी फैसला ले उसे सभी को मानना चाहिए।'
इस बीच, भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि अपने नेताओं के जरिये अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के खिलाफ माहौल बना रही है। हमें हैरानी हो रही है कि राहुल गांधी हिंदू हैं या नहीं। पार्टी प्रवक्ता जीवी एल नरसिम्हा राव ने कहा कि भाजपा राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट से जल्द फैसला चाहती है लेकिन कांग्रेस इसमें देरी कराने का प्रयास कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने इससे पहले मामले में देरी के लिए अर्जी दायर की थी।