कभी बीजेपी में रहते हुए बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले शत्रुघ्न सिन्हा ने अब लखनऊ में ही कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करना शुरू कर दिया है। जबकि वह कांग्रेस के टिकट पर बिहार की पटना साहिब सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
कभी बीजेपी में रहते हुए बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले शत्रुघ्न सिन्हा ने अब लखनऊ में ही कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करना शुरू कर दिया है। जबकि वह कांग्रेस के टिकट पर बिहार की पटना साहिब सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। शत्रुघ्न सिन्हा लखनऊ में अपनी पत्नी और समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी का चुनाव प्रचार कर रहे हैं जबकि वह कांग्रेस में हैं। लखनऊ से कांग्रेस ने प्रमोद कृष्णम को प्रत्याशी बनाया है। लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा ने उनके नामांकन से दूरी बनाई और अपनी पत्नी के नामांकन में पहुंचे।
कभी मिस इंडिया रह चुकी पूनम सिन्हा लखनऊ से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी हैं। चार दिन पहले ही पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है। आज नामांकन भरने का अंतिम दिन था, लेकिन पूनम सिन्हा के नामांकन के दौरान उनके पत्नी और पटना साहिब लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा भी मौजूद रहे। लखनऊ से कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद कृष्णम और बीजेपी प्रत्याशी राजनाथ सिंह के खिलाफ एसपी ने पूनम सिन्हा को प्रत्याशी बनाया है।
हालांकि आज शत्रुघ्न सिन्हा पत्नी धर्म निभाने तो आए, लेकिन उन्होंने पार्टी धर्म नहीं निभाया। असल में शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी में रहते हुए पिछले पांच साल से बीजेपी की नीतियों की आलोचना करते रहे। लेकिन आज अपनी पत्नी के नामांकन के दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी को असहज कर दिया। क्योंकि आज ही कांग्रेस प्रत्याशी ने नामांकन भरा और शत्रुघ्न सिन्हा ने उससे दूरी बनाई। लखनऊ से पूनम सिन्हा का प्रत्याशी बनाए जाने के वक्त भी एसपी ने कांग्रेस से अपना प्रत्याशी न उतारने का आग्रह किया था।
लेकिन कांग्रेस ने प्रमोद कृष्णम को टिकट देकर एसपी की मांग को तवज्जो नहीं दी। उधर प्रमोद कृष्णम ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा एक दिन मेरे लिए प्रचार करके पार्टी-धर्म निभाएं। गौरतलब है कि बीजेपी के प्रत्याशी अटल बिहारी वाजपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 के लोकसभा चुनाव में लखनऊ से जीते हैं जबकि 2009 में अटल के खास रहे लालजी टंडन ने इस सीट पर कब्जा जमाया और 2014 में इस सीट पर राजनाथ सिंह ने फतह की।