खामोश अशोक तंवर बने सोनिया के घर के बाहर ‘बागी’,मुश्किल में कांग्रेस

By Team MyNation  |  First Published Oct 2, 2019, 5:19 PM IST

हरियाणा कांग्रेस में चली आ रही गुटबाजी और अंदरूनी कलह खुलकर आज राजधानी दिल्ली की सड़कों पर दिखी। जहां विधानसभा चुनाव के टिकटों को लेकर चल रही गुटबाजी विरोध प्रदर्शन के जरिए दिखी। अभी तक शांत रहने वाले राज्य के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने आज अपने बागी तेवर दिखाए। तंवर ने खुलकर आरोप लगाया कि हरियाणा में टिकट बेचे जा रहा है और आलाकमान खामोश है। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ सोनिया के घर के बाहर धरना दिया। 

नई दिल्ली। अभी तक शांत बैठे रहे हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर आज कांग्रेस आलाकमान के सामने बागी बन गए हैं। तंवर और उनके समर्थकों ने टिकट बंटवारे को लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर का घेराव किया। सोनिया के आवास पर तंवर समर्थक ने हंगामा कर अपनी ताकत का अहसास सोनिया गांधी को कराया। वहीं अब माना जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान चुनाव के बाद तंवर के खिलाफ कार्यवाही करेगा।  तंवर को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है और राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से हटते ही वह हाशिए पर चले गए हैं।

हरियाणा कांग्रेस में चली आ रही गुटबाजी और अंदरूनी कलह खुलकर आज राजधानी दिल्ली की सड़कों पर दिखी। जहां विधानसभा चुनाव के टिकटों को लेकर चल रही गुटबाजी विरोध प्रदर्शन के जरिए दिखी। अभी तक शांत रहने वाले राज्य के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने आज अपने बागी तेवर दिखाए। तंवर ने खुलकर आरोप लगाया कि हरियाणा में टिकट बेचे जा रहा है और आलाकमान खामोश है। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ सोनिया के घर के बाहर धरना दिया। तंवर और उनके समर्थकों ने शैलजा और हुड्डा पर टिकट बेचने का आरोप लगाया।

गौरतलब है कि मंगलवार को ही पूर्व मंत्री रहे कांग्रेस नेता सतपाल सांगवान और पूर्व राज्यसभा सांसद ईश्वर सिंह ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है। इन दोनों नेताओं ने जेजेपी की सदस्यता ले ली है। हालांकि अभी तक कांग्रेस ने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं है। क्योंकि पार्टी के भीतर टिकट बंटवारे को लेकर जबरदस्त गुटबाजी देखने को मिल रही है। हर नेता अपने और अपने समर्थकों के लिए टिकट मांग रहा है।

जबकि गुरुवार को नामांकन और नाम वापसी का अंतिम दिन है। वहीं आज तंवर ने कांग्रेस नेतृत्व की मुश्किलें बढा दी हैं। अभी तक तंवर ने बागी रूख नहीं दिखाया था। लेकिन आज सोनिया के घर के बाहर प्रदर्शन कर उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व को चुनौती दे दी है। हालांकि इसके बाद तंवर के खिलाफ कांग्रेस कार्यवाही भी कर सकती है। लेकिन इसका सीधा फायदा भाजपा को ही मिलेगा।
 

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