26 मार्च को आजमगढ़ में हुई थी 14 साल के सचिन यादव की हत्या। पिता के दोस्त ने ही पैसों के लिए अपहरण के बाद पोल खुलने के डर से कर दिया था मर्डर।
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में अपहरण और हत्या के एक ब्लाइंड केस को पुलिस के डॉग स्क्वॉड की मदद से सुलझा लिया है। हनी और फैंटम नाम के दो स्निफर डॉग्स ने घटनास्थल से 700-800 मीटर दूर रह रहे आरोपी को पकड़वाया। अब इन दोनों के लिए 5000 रुपये के ईनाम की घोषणा भी की गई है।
पुलिस के मुताबिक, 26 मार्च को 14 साल के सचिन यादव के परिवार ने उनसे संपर्क किया। परिजनों ने बताया कि सचिन ने अज्ञात नंबर से अपनी मां को फोन कर बताया है कि उसका एक शख्स ने अपहरण कर लिया है और अब उसे छोड़ने के एवज में 10 लाख रुपये मांग रहा है। इस कॉल के बाद मोबाइल बंद हो गया।
यह पूरी साजिश पीड़ित के पिता संतोष यादव के मित्र रवि कुमार ने रची थी। वह भी पास के ही इलाके में रहता था। आरोपी को पता था कि संतोष यादव ने हाल ही में मुंबई में अपनी संपत्ति बेची है। इससे मिले पैसे से उसने आजमगढ़ में नया घर भी बनाया है। बाकी पैसे को बैंक में जमा करा रखा है।
इसके बाद रवि कुमार ने संतोष के बेटे के अपहरण की साजिश रची। 14 साल के सचिव को एक लड़की से मिलाने का झांसा दिया गया। जब पीड़ित शाम को वहां पहुंचा तो रवि ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद उनसे सचिन से जबरन उसके माता-पिता को फोन करवाया और फिरौती की बात कही। सचिन ने मां को फोन करने के बाद रवि से कहा कि वह छूटने के बाद सारी घटना अपने घरवालों को बता देगा।
रवि इससे घबरा गया और उसने 14 साल के सचिव के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया। बाद में मफलर से उसका गला दबाकर हत्या कर दी। पहले उसने एक कुंए में सचिन के शव को ठिकाने लगाना चाहा। फिर उसने शव को जलाने की भी कोशिश की। हालांकि इस कोशिश में वह अपना मफलर कुएं के पास ही छोड़ गया। पुलिस ने लाश मिलने के बाद मफलर को बरामद किया था।
आजमगढ़ के एसपी त्रिवेणी सिंह ने कहा, ‘यह एक ब्लाइंड मडर केस था। हमने वह फोन भी बरामद कर लिया है जिससे फिरौती के लिए कॉल किया गया। यह कॉल एक नई सिम से किया गया था। फोन को भी किसी दूसरे व्यक्ति से छीना गया था। हमने घटनास्थल से मफलर बरामद होने के बाद डॉग स्क्वॉड की सेवाएं लीं।’
डॉग स्क्वॉड के दो लेब्राडोर हनी और फैंटम ने मफलर को सूंघकर ही हत्यारे को खोज निकाला। वह घटनास्थल से 700-800 मीटर की दूरी पर पकड़ा गया। हत्या के आरोपी की पहचान पीड़ित परिवार के परिचित के तौर पर हुई। इसके बाद डिजिटल साक्ष्य भी जुटाए गए। आरोपी रवि कुमार ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। हत्या में इस्तेमाल हथियार और मोबाइल भी बरामद हो गया है।
एसपी त्रिवेणी सिंह ने कहा, ‘इस केस को सुलझाना काफी कठिन था। इसका पूरा श्रेय पुलिस के दो खोजी कुत्तों को जाता है। उनके लिए पांच हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया है।’