वीवीआईपी दौरों से पहले खतरा 'सूंघने वाले सिपाही' थक रहे, एसपीजी ने कड़े नियम बनाए

By ankur sharma  |  First Published Jan 4, 2019, 6:28 PM IST

एसपीजी के मुताबिक, देखा गया है कि कुछ सुरक्षा बल स्निपर डॉग्स से जरूरत से ज्यादा काम ले रहे हैं। इससे न सिर्फ उनकी सूंघने की क्षमता प्रभावित हो रही है बल्कि उनके जीवन को भी खतरा है। 

देश के विभिन्न हिस्सों में विशिष्ट व्यक्तियों के दौरों एवं रैलियों से पहले विस्फोटकों की पहचान करने वाले स्निफर डॉग्स पर थकान हावी हो रही है। इसने अति विशिष्ट व्यक्तियों यानी वीवीआईपी की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार स्पेशल प्रोटेक्श ग्रुप (एसपीजी) की चिंता बढ़ा दी है। एसपीजी ने सभी बलों को भेजे एक पत्र में कहा है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जैसे वीवीआईपी की सुरक्षा के लिए होने वाले तलाशी अभियान में काम आने वाले चार पैरों वाले इस 'सिपाही' को जरूरी आराम दें। 

'माय नेशन' के पास उपलब्ध इस पत्र के अनुसार, एसपीजी ने कहा है कि वीवीआईपी दौरे में सेवा देनेवाले सभी  स्निफर डॉग्स को हर 30 मिनट के बाद 10 मिनट का आराम दिया जाए।  एक स्निफर से ज्यादा से ज्यादा दो घंटे तक ही काम कराया जाना चाहिए। 2019 के आम चुनावों को देखते हुए एसपीजी की ओर से 'क्या करना है, क्या नहीं' की एक सूची जारी की गई है। ताकि रैलियों के दौरान पड़ने वाली भारी जरूरत के समय ये कुत्ते अच्छा काम कर सकें। 

एसपीजी के मुताबिक, यह देखा गया है कि कुछ बल स्निपर डॉग्स से जरूरत से ज्यादा काम ले रहे हैं। इससे न सिर्फ उनकी सूंघने की क्षमता प्रभावित हो रही है बल्कि उनके जीवन को भी खतरा है। एसपीजी ने सभी राज्यों से कहा है कि वे अपनी राजधानी में एक वीवीआईपी सिक्योरिटी डॉग स्क्वॉयड की तैनाती सुनिश्चित करें। 

एसपीजी के मुताबिक, 'उच्च स्तर की एकाग्रता बनाए रखने के लिए स्निफर डॉग्स को सेवाकाल के समय पर्याप्त आराम की जरूरत होती है। उन्हें 30 मिनट के काम के बाद 10 मिनट का जरूरी आराम चाहिए होता है, जिसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए। कुत्ते माहौल के अनुसार स्निफर डॉग्स एक घंटे तक काफी सतर्क और सक्रिय रहते हैं। इसके बाद थकाम हावी होने पर उनकी एकाग्रता टूटने लगती है। किसी भी स्निफर डॉग से काम रहने का सबसे बेहतर समय पहले दो घंटे होते हैं। इसी दौरान उनसे काम लिया जाना चाहिए। इसके बाद उनकी क्षमता घटने लगती है।'

एसपीजी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने माय नेशन से कहा, 'राजनैतिक रैली के एक मामले में देखा गया कि सुरक्षा जांच के दौरान जिस स्निफर डॉग को इस्तेमाल किया जा रहा था वह देखने में पूरी तरह थका हुआ था। उसके हैंडलर को स्निफर डॉग से काम लेने से रोका गया। साथ ही  सलाह दी गई की बेहतर नतीजों के लिए इन कुत्तों को उचित आराम की जरूरत होती है।'

एसपीजी ने यह भी कहा है कि वीवीआईपी डॉग स्क्वॉड के लिए एक निश्चित वजन वाले कुत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए। लेब्राडोर और एलसेशन डॉग्स का वजन लगभग 30 किलोग्राम होना चाहिए। 

एसपीजी ने सभी बलों से यह भी कहा है कि किसी भी आम आदमी को स्निफर डॉग्स को उनकी तैनाती के दौरान सहलाने से रोका जाए और खाना न देने दिया जाए। अंजान लोगों को इन डॉग्स से बात करने देने, सहलाने और खाना खिलाने से रोका जाना चाहिए। एसपीजी की ओर से कहा है कि बहुत ज्यादा लोगों की मौजूदगी से भी कुत्तों का ध्यान भंग होता है। 
 

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