भले ही राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बन गए हैं। लेकिन कांग्रेस जब मुश्किल में फंसती है उसे सोनिया की ही याद आती है। मध्य प्रदेश में कुछ ऐसा ही हो रहा है। जब वरिष्ठ कांग्रेसियों का झगड़ा राहुल से नहीं सुलझा, तो सोनिया गांधी को आगे आना पड़ा।
मध्य प्रदेश में चुनाव सिर पर हैं। लेकिन वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं का झगड़ा सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है। ताजा विवाद उम्मीदवारों की लिस्ट पर चल रहा है। जब दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने अपने विश्वस्तों को टिकट दिलाने के नाम पर भिड़ गए।
बताया जा रहा है कि दोनों के बीच टिकट दिलाने के नाम पर सार्वजनिक रुप से चल रही बैठक में तकरार होने लगी।
यह विवाद इतना बढ़ा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के समझाने से भी मामला संभला नहीं। तब सोनिया गांधी को मामले में दखल देने के लिए आगे आना पड़ा।
यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी व अन्य नेताओं के साथ कांग्रेस कोर कमिटी की बैठक में शामिल हुईं। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी ने दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया से अलग से बात भी की।
जिसके बाद मामला थोड़ा संभला और दिग्विजय सिंह ने आपसी विवाद की खबरों को नकारते हुए बयान दिया कि पार्टी एकजुट है।
मध्य प्रदेश में पार्टी नेताओं के बीच विवाद को देखते हुए राहुल गांधी ने अशोक गहलोत, वीरप्पा मोइली और अहमद पटेल जैसे तीन वरिष्ठ नेताओं की एक कमिटी भी बनाई थी।