पिछले हफ्ते लोकसभा में आजम खान ने पीठाधीन अध्यक्ष रमा देवी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया। जहां महिला सांसद आजम खान को निलंबित या फिर उनके जेल भेजने की बात कर ही हैं वहीं सभी विपक्षी दलों ने इस मामले पर फैसला लेने के अधिकार लोकसभा अध्यक्ष को सौंप दिए हैं। लिहाजा आज आजम खान पर लोकसभा अध्यक्ष कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
लोकसभा में पीठाधीन अध्यक्ष रमा देवी पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में चारों तरफ से घिर गए आजम खान को अब पार्टी का भी साथ नहीं मिल रहा है। समाजवादी पार्टी ने आज इस मामले के लिए संसदीय दल की बैठक बुलाई है। जिसमें आजम खान से माफी मांगने के लिए दबाव बनाया जाएगा। अगर आजम आज माफी नहीं मांगते हैं तो उनकी सांसदी भी जा सकती है और पूरे पांच साल के लिए निलंबित भी हो सकते हैं।
पिछले हफ्ते लोकसभा में आजम खान ने पीठाधीन अध्यक्ष रमा देवी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया। जहां महिला सांसद आजम खान को निलंबित या फिर उनके जेल भेजने की बात कर ही हैं वहीं सभी विपक्षी दलों ने इस मामले पर फैसला लेने के अधिकार लोकसभा अध्यक्ष को सौंप दिए हैं।
लिहाजा आज आजम खान पर लोकसभा अध्यक्ष कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। हालांकि ये पहले ही कह दिया गया है कि आजम खान को बगैर किसी शर्त के माफी मांगनी होगी। लिहाजा अगर आजम आज माफी नहीं मांगते हैं तो उनकी सांसदी जा सकती है या फिर उन्हें कोई कड़ी सजा दी जा सकती है।
फिलहाल इस मामले में समाजवादी पार्टी ने भी आजम खान पर माफी मांगने का दबाव बनाने के लिए आज सुबह बैठक बुलाई है। क्योंकि ऐसा कर पार्टी इस मामले का पटाक्षेप करना चाहती है। अगर आजम सीधे तौर पर माफी मांग लेते हैं तो पार्टी की किरकिरी होने से बच जाएगी।
लेकिन अगर आजम जिद पर अड़े रहते हैं तो पार्टी को भी उन पर एक्शन लेना पड़ सकता है। मामले में सपा नेता आजम खां पर सोमवार को फैसला हो सकता है। हालांकि इस मामले पर भाजपा सांसद रमा देवी आजम को लोकसभा से पांच साल के लिए निलंबित करने की मांग कर रही हैं। काफी कुछ उनकी रजामंदी पर निर्भर करेगा।
क्योंकि टिप्पणी रमा देवी पर की गयी हैं। लिहाजा अगर आजम खान माफी मांगते तो इस पर रमा देवी क्या रूख रहता है। उधर रामपुर में आजम खां के खिलाफ बदजुबानी के आरोप में पुलिस ने 15 और मामलों में चार्जशीट दाखिल कर दी हैं। ये सभी मुकदमे लोकसभा चुनाव के दौरान दर्ज किए गए थे। गौरतलब है कि इस मामले में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा साथ दिए जाने के बाद उनकी किरकिरी हो रही है।