जानकारी के मुताबिक श्रीलंका का तेल से भरा जहाज समुद्र में टकराने के बाद आग की चपेट में आ गया था और जहाज में करीब 2 लाख मीट्रिक टन कच्चा तेल था। आग लगने के बाद श्रीलंका नेवी ने भारतीय कोस्ट कार्ड से मदद मागी। क्योंकि जहाज में आग लग गई थी और इसमें विस्फोट हो गया था।
नई दिल्ली। भारत हमेशा अपने पड़ोसी देशों की मदद के लिए तैयार रहता है। चीन की साजिश का शिकार बन चुके श्रीलंका को मदद की दरकार हुई तो उसने ड्रैगन नहीं बल्कि भारत को पुकारा और भारत ने श्रीलंका के एक आवाज पर मदद करने के लिए दौड़ लगा। असल में श्रीलंका का तेल से लदे जहाज में आग लग गई थी। जिसके बाद श्रीलंका ने भारत से मदद मांगी और भारत सरकार ने श्रीलंका की मदद के लिए 'बचाव दल' को तुरंत रवाना कर दिया है। भारतीय नौसेना का भारतीय कोस्ट गार्ड श्रीलंका की मदद कर रहा है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही आग पर काबू पा लिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक श्रीलंका का तेल से भरा जहाज समुद्र में टकराने के बाद आग की चपेट में आ गया था और जहाज में करीब 2 लाख मीट्रिक टन कच्चा तेल था। आग लगने के बाद श्रीलंका नेवी ने भारतीय कोस्ट कार्ड से मदद मागी। क्योंकि जहाज में आग लग गई थी और इसमें विस्फोट हो गया था। इसके बाद भारत सरकार ने आईसीजी जहाजों और विमान को मदद के लिए भेजा। दिलचस्प ये ही कि श्रीलंका ने चीन से आग को बुझाने में मदद नहीं मांगी। बल्कि भारत से इसके लिए मदद मांगी।
पिछले दिनों ही श्रीलंका के विदेश मंत्री ने कहा कि अब वह भारत को तवज्जो देगा। जबकि अभी तक श्रीलंका चीन को तवज्जो दे रहा था और इसके कारण भारत और श्रीलंका के बीच रिश्तों में दूरी बन रही थी। वहीं पिछले महीने भारत ने मॉरीशस की भी मदद की थी। क्योंकि मारीशस के एक तेल से भरे जहाज में रिसाव हो गया था और भारत ने समुद्र में फैले तेल को सोखने वाले 10 हजार पैड्स के साथ कोस्ट गार्ड की टीम को भेजा था। वहीं भारत ने इसके लिए ग्लोबमास्टर विमान को आग पर काबू पाने के लिए भेजा था।।