'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' की 9 दिन की कमाई चर्चा में क्यों नहीं है?

By Team MyNation  |  First Published Nov 10, 2018, 4:11 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की प्रतिमा का अनावरण 31 अक्टूबर को उनकी जयंती पर किया था। 1 नवंबर से पर्यटकों के लिए खोले गए इस स्थल को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है। पिछले 9 दिनों में टिकटों की बिक्री से करोड़ों में राजस्व की प्राप्ति हुई है। 
 

नर्मदा/नई दिल्ली- अकेले शुक्रवार 9 नवंबर को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए 23 हजार 6 सौ 66 पर्यचक पहुंचे। शुक्रवार 9 नवंबर तक 74 हजार 6 सौ 71 लोगों ने प्रतिमा को देखा है। 

हजारों की संख्या में पर्यटकों के पहुंचने से सरदार पटेल एकता ट्रस्ट को 9 नवंबर 2018 तक 1 करोड़ 76 लाख 84 हजार 4 सौ 65 रुपये की आमदनी हुई है। 

दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लेकर देश भर के लोगों में जबरदस्त उत्साह है। प्रतिमा के अनावरण के बाद वहां पर्यटकों का तांता लगा हुआ है। 

बता दें कि प्रतिमा के अनावरण के बाद पहले रविवार यानी 4 नवंबर को टिकटों की बिक्री से उन्नीस लाख दस हजार चार सौ पांच रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई थी। 

लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा को देखने के लिए पिछले रविवार को सात हजार सात सौ दस पर्यटक पहुंचे। जिनसे मात्र एक दिन में इतना राजस्व प्राप्त हुआ। 

प्रतिमा के अनावरण के बाद के दो दिनों में 4796 लोग वहां पहुंचे। इनके द्वारा खरीदे गए टिकटों से 9 लाख 53 हजार रुपये की आमदनी हुई। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की प्रतिमा का अनावरण 31 अक्टूबर को उनकी जयंती पर किया था। 1 नवंबर से पर्यटकों के लिए खोले गए इस स्थल को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह रहा। इस महीने की पहली तारीख को कुल 27 सौ 37 लोगों पटेल की प्रतिमा देखने पहुंचे, जिनमें 24  सौ 97 वयस्क और 240 बच्चे हैं। इनसे 5 लाख 46 हजार 50 रुपये के राजस्व की आमदनी हुई। 

2 नवंबर को कुल 22 सौ 99 लोग सरदार पटेल की प्रतिमा देखने पहुंचे, इनमें 2 हजार 83 वयस्क और 206 बच्चे हैं। 2 नवंबर को प्रतिमा देखने आए पर्यटकों से 4 लाख 7 हजार 6  सौ पच्चास रुपये प्राप्त हुए। 

बता दें कि सरदार की प्रतिमा तक पहुंचने के लिए प्रति व्यक्ति 380 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इसमें 350 रुपये प्रतिमा की गैलरी को देखने के लिए खर्च करने पड़ते हैं तो वहीं पर्यटकों को बस पार्किंग से प्रतिमा तक पहुंचाने के लिए 30 रुपया देना पड़ता है क्योंकि पार्किंग से प्रतिमा तक की दूरी अच्छी-खासी है। 

सरदार की प्रतिमा को देखने लिए टिकट सर्किट हाउस के पास पीआरओ ऑफिस से मिलते हैं। हर यात्री के लिए टिकट लेना अनिवार्य है। 

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