Success Story: नाउम्मीदी के दौर में..देहाती मैडम का बगावती तेजर...आज बेस्ट इंग्लिश टीचर के रूप में है पापुलर

By Surya Prakash Tripathi  |  First Published Apr 2, 2024, 8:52 AM IST

'जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का,  फिर देखना फिजूल है कद आसमान का'  किसी शायर की ये पंक्तियां यूं तो हर संघर्षशील और लगनशील इंसान के लिए हैं, लेकिन इस पर अमल, लाखों-करोंड़ों में कुछ एक लोग ही कर पाते हैं। उन्हीं में से एक है यूपी की रहने वाली ये "देहाती मैडम" जिसने अपनी निष्ठा और लगन के बूते बगावत की जो लौ जलाई थी, उसमें तपकर आज वो खरा सोना बन चुकी है।

नई दिल्ली। 'जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का,  फिर देखना फिजूल है कद आसमान का'  किसी शायर की ये पंक्तियां यूं तो हर संघर्षशील और लगनशील इंसान के लिए हैं, लेकिन इस पर अमल, लाखों-करोंड़ों में कुछ एक लोग ही कर पाते हैं। उन्हीं में से एक है यूपी की रहने वाली ये "देहाती मैडम" जिसने अपनी निष्ठा और लगन के बूते बगावत की जो लौ जलाई थी, उसमें तपकर आज वो खरा सोना बन चुकी है। चाहे वह कपड़े इस्त्री करने का त्वरित प्रदर्शन हो या धारा प्रवाह अंग्रेजी बोलना का, ये आसानी से विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करती है।

 

सोशल मीडिया परसुर्खियां बटोर रही कौशांबी की बेटी
यूपी के कौशांबी जनपद के सिराथू नगर पंचायत की रहने वाली यह महिला यूट्यूब पर  'इंग्लिश विद देहाती मैडम' चैनल चलाती है। इंटरनेट कनेक्टिविटी के मंच से सिराथू की यशोदा लोधी ने भी अपने अंदर छिपी प्रतिभा को निखारना शुरू किया। महज ढाई साल में यशोदा लोधी देहाती और से पापुलर देहाती मैंडम बन गई हैं। जिसकी आय एक सरकारी कर्मचारी से भी कहीं ज्यादा है। 

 

हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने वाली लड़की सिखा रही अंग्रेजी
यशोदा का लालन-पालन ननिहाल में हुआ। वहीं से उन्होंने अपनी इंटर की पढ़ाई हिंदी मीडियम स्कूल से पूरी की। फिर हिंदी माध्यम से ही स्नातक किया। पढ़ाई के बाद वह छोटै बच्चों को पढ़ाने लगी। इसी बीच यशोदा काे एक युवक से प्यार हो गया। सामाजिक और पारिवािरिक बंधनों ने यशाेदा के प्यार के आगे बंदिशों का पहाड़ खड़ा करना शुरू कर दिया। बस यहीं से यशोदा के बगावत की शुरूआत हुई।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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परिवार से बगावत करके की शादी, दुर्घटना में पति हो गया अपाहिज
पहली बगावत उसने अपने मां-बाप एवं समाज से अपने पहले प्यार के लिए की। महज 8वीं कक्षा पास अपनी चाहत को उसने जीवनसाथी बनाया। दिहाड़ी मजदूरी करके पति 300 रुपए रोज कमाता था, उसी से खर्च चलता था। इसी बीच 2019 में एक दुर्घटना ने यशोदा की जिंदगी में तूफान ला दिया। उसके पति एक दुर्घटना का शिकार होकर अपाहिज हो गए। दो जून की रोटी तक के लाले पड़ गए।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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दोस्त की सलाह पर बनाया YouTube चैनल 
यशोदा के मन में फिर बगावत की चिंगारी उठी। इस बार एक सखी की सलाह पर उसने मोबाइल पर  YouTube चैनल  'इंग्लिश विद देहाती मैडम' बनाया। जिसके माध्यम से उसने लोगों को अंग्रेजी सिखाना शुरू किया। एक नाउम्मीदी के दौर में शुरू हुआ यह चैनल सफलता की शिखर की ओर अग्रसर है। आज इससे यशोदा की हर महीने की कमाई 80 से 90 हजार रुपए है। एक दौर था जब 9 हजार रुपए में परिवार के 8 लोगों का खर्चा चलता था। आज यशोदा की लगन ने उस परिवार की आमदनी 90 हजार तक पहुंचा दी है। सामान्य साड़ी, सिर पर पल्लू, मांग में  सिंदूर, माथे पर बिंदिया लगाए ये देहाती मैडम अपने चैनल पर आज खूब सुर्खियां बटो रही है। अपने इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब चैनल, "इंग्लिश विद देहाती मैडम" के माध्यम से यशोदा बाधाओं को तोड़ रही है और साबित कर रही है कि कोई भी सही मार्गदर्शन और दृढ़ संकल्प के साथ किसी भी भाषा में महारथ हासिल कर सकता है। 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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