Mukhtar Ansari News: ...तुझे ठोकना है...बच सके तो बच ले...किसने मांगा मुख्तार की मौत का जेल अधिक्षक से हिसाब

By Surya Prakash Tripathi  |  First Published Apr 2, 2024, 7:15 AM IST

पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से हुई मौत के बाद बांदा जेल के सुपरिंटेंडेंट को जान से मारने की धमकी मिली है। बांदा जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को आधी रात के बाद एक धमकी भरी अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉलर ने उन्हें आधी रात कॉल करके धमकी दी।

बांदा। पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से हुई मौत के बाद बांदा जेल के सुपरिंटेंडेंट को जान से मारने की धमकी मिली है। बांदा जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को आधी रात के बाद एक धमकी भरी अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉलर ने उन्हें आधी रात कॉल करके धमकी दी। बांदा पुलिस ने जेल अधीक्षक की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

28 मार्च को हार्ट अटैक से हो गई थी मुख्तार अंसारी की मौत
पूर्वांचल के गाजीपुर जनपद के मोहम्मदाबाद बड़ा फाटक निवासी मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में 28 मार्च के रात में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। मुख्तार काफी दिनों से बीमार चल रहा था। 28 मार्च की रात में उसे दिल का दौरा पड़ा। उसे बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

 

माफिया की मौत के बाद कॉलर ने किया फोन
28/29 मार्च की ही देर रात बांदा जेल के सुपरिटेंडेंट वीरेश राज शर्मा को एक अज्ञात नंबर से कॉल आई कॉलर ने गाली बकते हुए उन्हें धमकी दी और कहा कि तुझे ठोकना है। बच सके तो बच ले। करीब 14 सेकेंड की काॅल में कॉलर सिर्फ गली और धमकी दे रहा था। जेल अधीक्षक ने घटना की जानकारी आला अधिकारियों को दी। फिर बंदा कोतवाली में जाकर फिर दर्ज कराया।

पुलिस ने कहा FIR दर्ज कर की जा रही जांच 
इस संबंध में थाना प्रभारी अनूप दुबे ने बताया कि जेल अधीक्षक की शिकायत पर कॉलर के खिलाफ फिर दर्ज कर ली गई है। जिस नंबर से कॉल आई थी। उसे सर्विलांस पर लगाया गया है। ट्रेस किया जा रहा है। फोन करने वाले का जल्द से जल्द पता लगा लिया जाएगा।

 

परिवार नहीं पचा पा रहा मुख्तार की मौत
बांदा जेल में मुख्तार अंसारी को हार्ट अटैक आने की बात उसका परिवार पचा नहीं पा रहा है। परिवार वाले लगातार आरोप लगा रहे हैं कि जेल के अंदर खाने में मुख्तार को स्लो प्वाइजन दिया जा रहा था। उसके सांसद भाई अफजाल अंसारी ने तो 1 अप्रैल को यहां तक कह डाला कि मुख्तार के शव को इतना सुरक्षित तरीके से दफनाया गया है कि 10- 20 साल बाद भी उसका पोस्टमार्टम और डीएनए समेत अन्य जांच कराई जा सकती हैं। जिससे उसकी मौत का राज जरूर खुलेगा। 

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