शामली में गिरफ्तार किए गए म्यांमार के रोहिंग्या नागरिकों से कई खुलासे हुए हैं। यह सभी विदेशी हैं जो कि वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी मदरसों में शरण लिए हुए थे। शक है कि ऐसे और भी कई रोहिंग्या मदरसों में छिपे हो सकते हैं।
शामली: जनपद की थाना पुलिस ने मौलवी और छात्र बनकर मदरसों में रहने वाले चार विदेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। तीन मदरसा संचालक भी पकड़े गए हैं। आरोपियों के कब्जे से देश की नागरिकता संबंधित दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों को पुलिस ने मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया है।
सभी दस्तावेजों से लैस थे ये रोहिंग्या
पुलिस ने आरोपियो के कब्जे से तीन पासपोर्ट ,संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी नई दिल्ली से संबंधित पंजीकृत प्रमाण पत्र ,म्यांमार की विदेशी मुद्रा , दो भारतीय आधार कार्ड , दो बैंक के खाते , पूर्व भारतीय पैन कार्ड , दो एकदम कार्ड और करीब 9000 की नकदी के साथ 4 मोबाइल बरामद हुए हैं फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियो के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है ।
मदरसे में छिपकर रहते थे
भारत के विभिन प्रदेश और अन्य जनपद में अवैध तरीके से घुसपैठ कर देश की आंतरिक सुरक्षा को खोखला करने वाले यें संदिग्ध 4 विदेशी जलालाबाद के मदरसों में छिपकर रह रहे थे। मदरसे में इस्लामी तालीम देने वाले मौलवी 2004 से रह रहा था जिसका नाम अब्दुल मजीद जलालाबाद के मदरसा अशरफिया में बतौर मौलवी बच्चों को पढ़ाता था। जिसने नौमान अली नाम के एक शख्स को बतौर छात्र अपने पास रखा हुआ था।
एक रोहिंग्या ने कई घुसपैठियों को बुलाया
अब्दुल मजीद ने जलालाबाद के मदरसा मिफ्ताउल उलूम में छात्रों के रूप में रिजवान और फुरकान को भी ठहरा रखा था। इन सभी को भी जनपद की थानां भवन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सभी गिरफ्तार घुसपैठिए म्यांमार के रहने वाले हैं, जब कि पकड़े गये मजीद ने करीब 1 साल पहले कस्बे में ही 5 लाख से ज्यादा रुपये की कीमत का एक प्लाट खरीदा था। पुलिस ने जलालाबाद में मदरसे संचालक सहित तीन लोगो को भी गिरफ्तार किया है।
मदरसा संचालकों को थी पूरी खबर
म्यांमार के अब्दुल मजीद और उसके साथ रहने वाले नौमान के बारे में मदरसा अशरफिया के कारी सब कुछ जानते थे. इसके अलावा मदरसा मिफ्ताउल उलूम के मोहतमीम मौलाना हफीयुल्ला को भी अपने यहां पढ़ रहे दोनों छात्रों के विदेशी होने और यहां अवैध रूप से ठहरने की जानकारी थी. पकड़े गए 3 छात्र आपस मे भाई है और एक साथ ही यहां आये थे। पकड़े गये आरोपियों में मदरसे के संचालक मौलाना हफीउल्ला , कारी वासिफ व मौलवी असरफ हुसैन है जो सालों से मदरसा चला रहे है। फिलहाल सभी लोगो को मेडिकल परीक्षण के लिए भवन सीएचसी में भेज दिया है और आगे की जांच पड़ताल शुरू कर दी है ।
सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता में मामला दर्ज
पुलिस ने सभी 7 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 समेत विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से भारतीय नागरिकता के फर्जी दस्तावेज, सच छिपाकर बनवाए गए शरणार्थी दस्तावेज, भारतीय रूपया, म्यांमार रूपए, एटीएम, विदेशी फोन भी बरामद किए गए हैं ।
इस तरह के कई घुसपैठिये होने की आशंका
उधर इस मामले में पुलिस अधिकारी का कहना है कि जिस तरीके से यह संदिग्ध पकड़े गए हैं हो सकता है कि सहारनपुर के देवबंद में मेरठ में मुजफ्फरनगर में मदरसों में इस तरह के के व्यक्ति गलत तरीके से रह रहे होंगे। इस मामले में अब पूरी तरह जांच की जाएगी और मदरसा संचालकों से विदेशी छात्रों के दस्तावेज मांगे जाएंगे गौरतलब है कि पहले भी थाना भवन से बांग्लादेश और अन्य देश के रहने वाले घुसपैठियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है