कांवड़ में माता-पिता को बैठाकर तीर्थयात्रा करा रहे हैं कलियुग के श्रवण कुमार

पानीपत के रहने वाले चार भाईयों ने अपने माता पिता को कांवड़ में बिठाकर हरिद्वार का दर्शन कराया और गंगा में डुबकी लगवाई। उन्होंने बुजुर्ग माता पिता को कंधे पर बिठाकर पूरे 130 किलोमीटर की यात्रा की है। 
 

Taking the parents in Kawand 4 Brothers are doing pilgrimage

शामली. पानीपत के रहने वाले चार भाई दिन दिनों अपने माता-पिता की सतयुग के श्रवण कुमार की तरह सेवा करने के लिए चर्चा में आ गए हैं। चारों भाईयों ने अपने माता पिता कांवड़ में बैठाकर हरिद्वार का दर्शन कराया व गंगा में डुबकी लगवाई। 130 किमी की यात्रा पूरी कर रविवार को जब चारो भाई शामली पहुंचे तो उन्हें कलयुग का श्रवण कुमार कहने लगे। 

दरअसल, हरियाणा के पानीपत के रहने वाले पप्पन, सतेंद्र सगे भाई हैं। ये दोनों अपने माता पिता को गंगा स्नान कराने के बाद कावड़ में बैठाकर अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं। कावड़ के दोनों ओर पप्पन ने दो टोकरी बांध रखी है। जिसमें एक तरफ अपनी मां व दूसरे तरफ पिता को बैठा रखा है। जिसमें गंगा जल भी रखा है। 

इनका कहना है कि हम चार भाई हैं। पिछले साल भाई माता पिता को इसी तरह लेकर आए थे। इस साल हमें भी माता पिता की सेवा करने का मौका मिला है। इनका कहना है कि हमारे माता पिता ही हमारे भगवान हैं, और यही हमारे आदर्श और हम सब का फर्ज बनता है कि अपने मां बाप की सेवा करते रहे।

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