तीन तलाक बिल पास होने के बाद जनपद में पहला मुकदमा को दर्ज हुआ। एसएसपी आकाश कुलहरि के निर्देश पर क्वार्सी थाने मे शहंशाहबाद के सलीम खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। सलीम खा ने अपनी पत्नी को 100 रुपये के स्टांप पेपर पर रजिस्ट्री के माध्यम से तीन तलाक दिया था। अंजुम बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात है।
अलीगढ़। तीन तलाक कानून बन जाने के बाद मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति मिलने की उम्मीद जगने लगी है। तीन तलाक कानून के तहत अलीगढ़ जिले में भी मुकदमा दर्ज किया गया है। अलीगढ़ जिले के क्वार्सी थाने में एक युवक ने अपनी पत्नी को स्टांप पेपर में लिखकर तलाक दिया था। जिसके बाद महिला ने अपने पति के खिलाफ इसके तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
तीन तलाक बिल पास होने के बाद जनपद में पहला मुकदमा को दर्ज हुआ। एसएसपी आकाश कुलहरि के निर्देश पर क्वार्सी थाने मे शहंशाहबाद के सलीम खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। सलीम खा ने अपनी पत्नी को 100 रुपये के स्टांप पेपर पर रजिस्ट्री के माध्यम से तीन तलाक दिया था। अंजुम बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात है।
अलीगढ़ पुलिस ने आरोपी शौहर के खिलाफ मुस्लिम महिला (विवाह पर अधिकारों की सुरक्षा) अध्यादेश के सेक्शन तीन व चार के तहत मुकदमा दर्ज किया है। जल्द ही सलीम को गिरफ्तार किया जाएगा और जेल भेजा जाएगा। क्योंकि उस पर पहले से ही दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज है।
जानकारी के मुताबकि बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात शिक्षिका अंजुम निवासी शहंशाहबाद, क्वार्सी ने अपने शौहर सलीम खां पुत्र रौनक हुसैन पर रजिस्ट्री के जरिए 100 रुपये के स्टांप पेपर पर तलाक देने का आरोप लगाया था। अंजुम ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2005 में उसका निकाह हुआ था।
निकाह के बाद से ही सलीम दहेज की मांग करने लगा। जबकि वह शिक्षिका है और सलीम से ज्यादा कमाती है। सलीम उसकी पूरी तनख्वाह ले लेता है। उसके दो बच्चे हैं इसके बाद भी सलीम का उत्पीड़न बंद न हुआ।
उसने अपने पैसे से शहंशाहबाद में मकान बनाया था लेकिन सलीम इस मकान को अपने नाम कराने के लिए मारपीट करता था। इसके बाद उसने 2018 में दहेज उत्पीड़न और मारपीट का मुकदमा क्वार्सी थाने में दर्ज कराया था। इसके बाद सलीम ने मारपीट कर मेरे ही मकान से निकाल दिया।