भाई के खिलाफ बगावत करके तेजप्रताप ने खुद को बताया दूसरा लालू यादव

By Team MyNation  |  First Published May 3, 2019, 1:00 PM IST

 तेज प्रताप ने राजद नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां से उस व्यक्ति को टिकट दिया गया है जो चुनाव हारता आया है। तेज प्रताप ने तेजस्वी यादव के राजद में बढ़ते कद पर तंज कसते हुए कहा कि वो ही लालू प्रसाद यादव के खून हैं और बिहार के दूसरे लालू प्रसाद यादव हैं। उन्होंने कहा कि  लालू यादव दिन एक दर्जन तक सभाएं करते थे और कुछ लोग हैं कि जो दो रैलियों में थक जाते हैं। इसके जरिए उन्होंने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा।

लोकसभा चुनावों के बीच बिहार में लालू प्रसाद यादव के परिवार में रोज नए नए घटनाक्रम सामने आ रहे हैं। कभी तेजस्वी यादव को उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव अर्जुन बताते है तो कभी वह पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ अपने करीबी नेताओं को उतारकर पार्टी की मुसीबत बढ़ाते हैं। लेकिन अब तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी यादव के खिलाफ एक तरह के बगावत कर दी है। तेज प्रताप यादव ने खुद को बिहार का दूसरा लालू प्रसाद बताया है। इसके साथ ही वह तेजस्वी यादव पर तंज कसने से नहीं चूके।

बिहार की जहानाबाद सीट पर राजद के अधिकृत प्रत्याशी सुरेन्द्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन इस सीट पर पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने करीब को पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है। लिहाजा अब तेज प्रताप यादव उसका चुनाव प्रचार कर रहे हैं। तेज प्रताप यादव ने जहानाबाद के मखदुमपुर हाई स्कूल के मैदान में लालू-राबड़ी मोर्चा के प्रत्याशी चंद्र प्रकाश का समर्थन करते हुए रैली का आयोजन किया। उन्होंने जनता से उन्हें जिताने की अपील की।

उन्होंने कहा कि जहानाबाद का विकास चंद्र प्रकाश ही कर सकते हैं। अहम मानी जा रही इस सीट पर आयोजित चुनावी रैली में तेज प्रताप ने खुद को बिहार का दूसरा लालू प्रसाद यादव बताया। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति तिलकुट चुराता है वह यहां का क्या विकास करेगा। उनके निशान पर सुरेन्द्र यादव थे। तेज प्रताप ने राजद नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां से उस व्यक्ति को टिकट दिया गया है जो चुनाव हारता आया है।

तेज प्रताप ने तेजस्वी यादव के राजद में बढ़ते कद पर तंज कसते हुए कहा कि वो ही लालू प्रसाद यादव के खून हैं और बिहार के दूसरे लालू प्रसाद यादव हैं। उन्होंने कहा कि  लालू यादव दिन एक दर्जन तक सभाएं करते थे और कुछ लोग हैं कि जो दो रैलियों में थक जाते हैं। इसके जरिए उन्होंने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा।

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