अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए नींव में रखी जाएगी चांदी की पहली ईंट, विरोधियों में हलचल शुरू

By Team MyNation  |  First Published Jul 28, 2020, 6:59 PM IST

भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन किया जाएगा और इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। श्रीराम मंदिरनिर्माण को अयोध्या में हलचल भी तेज हो गई है। 

लखनऊ। अयोध्या में भगवान श्रीराम के बनने वाले मंदिर के निर्माण को लेकर रामनगरी अयोध्या में तैयारियां शुरू हो गई हैं और मंदिर निर्माण में पहली ईंट चांदी की रखी जाएगी। इसकी पहली तस्वीर मीडिया में जारी की गई है और ईंट का वजन 22.600 किलोग्राम है। लेकिन श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर विरोधियों में हलचल शुरू हो गई है। जहां पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट में मंदिर निर्माण को लेकर याचिका दायर की थी वहीं अब विरोधी अन्य अड़चनें पैदा करने में जुट गए हैं।

भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन किया जाएगा और इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। श्रीराम मंदिरनिर्माण को अयोध्या में हलचल भी तेज हो गई है। पांच अगस्त को वहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जाऐंगे और शिलान्यास पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। श्रीराम मंदिर निर्माण की नींव में चांदी की ईंट से रखी जाएगी और इसकी पहली झलक सामने आ गई है और सोशल मीडिया में जमकर शेयर की जा रही है।

हर कोई इस ईंट की तस्वीर को देख रहा है। वहीं फैजाबाद से भाजपा के सांसद लल्लू सिंह ने चांदी की ईंट को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि यह मेरा सौभाग्य रहेगा कि इस पवित्र ईंट को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्थापित किए जाने के वक्त मुझे प्रांगण में उपस्थित होने का सौभाग्य प्राप्त होगा। फिलहाल जानकारी के मुताबिक इस चांदी की इस ईंट का वजन 22 किलो 600 ग्राम है। जानकारी के मुताबिक ये ईंट अयोध्या पहुंच गई है।

टाइम कैप्सूल का खंडन

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ने टाइम कैप्सूल को लेकर मीडिया में चल रही खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि नींव में कोई टाइम कैप्सूल नहीं रखा जाएगा। हालांकि इससे पहले ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने दावा किया था कि श्रीराम मंदिर के नीचे एक टाइम कैप्सूल रखा जाएगा। ताकि भविष्य में कोई विवाद न रहे। वहीं चंपत राय ने कहा कि जब तक श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से कोई आधिकारिक बयान न आए अन्य बयानों को अधिकृत न माना जाए।

click me!