राहुल गांधी के कश्मीर में हिंसा हुई है के बयान के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था कि राज्य में किसी भी व्यक्ति को गोली नहीं लगी है और न ही कोई व्यक्ति अस्पताल में भर्ती है। राहुल गांधी जिम्मेदार व्यक्ति हैं और उन्हें इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। इसके बाद राज्यपाल ने कहा कि अगर राहुल गांधी को राज्य के हालत देखने हैं तो वह यहां आएं और यहां आकर बात करें।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक में जुबानी जंग तेज हो गई है। कल ही सत्यपाल मलिक ने कहा था कि राहुल गांधी कश्मीर को लेकर गैरजिम्मेदाराना बयान न दें क्योंकि वह जिम्मेदार व्यक्ति हैं। इसके बाद मलिक ने कहा कि अगर राहुल गांधी कश्मीर के हालत देखना चाहते हैं तो वह राज्य आएं और वह इसके लिए स्पेशल प्लेन उनके लिए भेजेंगे। इसके बाद आज राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें प्लेन नहीं बल्कि कश्मीर में घूमने की आजादी चाहिए।
उधर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कश्मीर मुद्दे पर राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। उन्होंने राहुल गांधी की इस इस मांग को खारिज कर दिया है कि विपक्ष के नेताओं को घाटी का दौरा करने की इजाजत दी जाए। जम्मू-कश्मीर राजभवन ने एक बयान जारी कर कहा है कि विपक्षी पार्टी के नेताओं के दौरे से समस्याएं और बढ़ेंगी और स्थानीय लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ेगा। लिहाजा उनकी मांग पर विचार नहीं किया जा सकता है।
आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से कहा कि उन्हें प्लेन नहीं, बल्कि कश्मीर में घूमने की आज़ादी चाहिए। राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए कहा कि ''मैं और विपक्ष के नेताओं का एक डेलीगेशन आपके न्योते पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आना चाहते हैं, हमें एयरक्राफ्ट की जरूरत नहीं है। लेकिन आप कृपया ये सुनिश्चित करें कि हमें वहां स्वतंत्र रूप से घूमने और वहां के लोगों व नेताओं से मिलने की आज़ादी हो।
फिलहाल इस मामले में दोनों में जुबानी जंग तेज हो गई है। गौरतलब है कि राहुल गांधी के कश्मीर में हिंसा हुई है के बयान के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था कि राज्य में किसी भी व्यक्ति को गोली नहीं लगी है और न ही कोई व्यक्ति अस्पताल में भर्ती है। राहुल गांधी जिम्मेदार व्यक्ति हैं और उन्हें इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए।
इसके बाद राज्यपाल ने कहा कि अगर राहुल गांधी को राज्य के हालत देखने हैं तो वह यहां आएं और यहां आकर बात करें। राज्य में पांच अगस्त को केन्द्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को खत्म कर राज्य को दो हिस्सों में विभाजित कर दिया था। फिलहाल राज्य में हालत काबू में हैं और सोमवार को ईद भी शांति से संपन्न हुई है। हालांकि केन्द्र सरकार ने माना कि राज्य के कुछ हिस्सों में पत्थरबाजी हुई है। लेकिन इसमें कोई भी घायल नहीं हुआ है।