दिल्ली-एनसीआऱ में पिछले कुछ समय से ऐसा गिरोह सक्रिय है, जो सिर्फ दिन में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। गाजियाबाद में चोर दोपहर बाद का समय चुन रहे हैं। खासतौर से जब लोग घरों से बाहर होते हैं या फिर बच्चों की स्कूल की छुट्टी के वक्त बच्चों को लेने स्कूल जाते हैं।
दिल्ली और एनसीआर में चोर उन घरों को निशाना बना रहे हैं, जो अकसर दोपहर में बंद होते हैं। अगर आप भी दोपहर में काम के लिए निकलते है तो उसकी सुरक्षा सुनिश्चित कर घर से बाहर निकलें। चोरों की तेजी का आलम ये है कि आधे घंटे में घरों से चोरी कर चंपत हो जाता है। दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में चोरी की घटनाएं दोपहर में ही हो रही हैं।
दिल्ली-एनसीआऱ में पिछले कुछ समय से ऐसा गिरोह सक्रिय है, जो सिर्फ दिन में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। गाजियाबाद में चोर दोपहर बाद का समय चुन रहे हैं। खासतौर से जब लोग घरों से बाहर होते हैं या फिर बच्चों की स्कूल की छुट्टी के वक्त बच्चों को लेने स्कूल जाते हैं। पुलिस की मानें जो पिछले कुछ महीनों से दिल्ली-एनसीआर में चोरों का गिरोह सक्रिय है जो दोपहर में ही चोरी की घटना को अंजाम देता है।
गाजियाबाद में इस तरह की घटनाएं रोज हो रही हैं, जिसमें चोरों के द्वारा दोपहर के वक्त ही बंद पड़े घरों को निशाना बनाया जा रहा है। जिन अपार्टमेंटस में सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं रहते हैं, वह जगहें चोरों के लिए मुफीद हैं। गाजियाबाद पुलिस अभी तक जिले में हो रही घटनाओं को सुलझा नहीं सकी है और न ही चोरों के पकड़ सकी है।
एनसीआर में चोर अपार्टमेंट या सोसाइटीज के बंद घरों को निशाना बना रहे हैं। इसके चोर पहले रेकी करते हैं और कुछ मिनटों में ही. कुंडी काट कर या ताला तोड़ कर नकदी और जेवर लेकर चंपत हो जाते हैं। चोर मोबाइल या फिर ऐसा कोई सामान नहीं चुराते हैं, जिससे वह पकड़ में आ जाएं। गाजियाबाद पुलिस के अफसर भी मानते ये एक बड़ी चुनौती है। क्योंकि चोरी की घटनाएं बहुत कम समय पर अंजाम दी जा रही हैं। जिन अपार्टमेंटस या सोसाइटी में सुरक्षा गार्ड नहीं हैं, वहां पर इस तरह की अधिक घटनाएं हो रही हैं।
घरों को सुरक्षित कर ही निकलें घर से
अगर आप दोपहर में किसी काम से घर से निकल रहे हैं तो घर को सुरक्षित कर ही बाहर निकलें। अगर आपके आस पड़ोस में कोई रहता है तो उसे इसकी जानकारी जरूर दें और बताएं कि वह ध्यान रखें। यही नहीं साधारण तालों के स्थान पर मजबूत तालों का इस्तेमाल करें। इंटरलॉक का इस्तेमाल करें। ताकि आपकी गैरमौजूदगी में कोई आपके घर से कीमती सामान न चुरा पाए।