इन 5 धुरंधरों के कंधों पर चंद्रयान-3 की जिम्मेदारी, लॉन्चिंग से लैंडिंग तक निभाया अहम रोल

By Anshika TiwariFirst Published Aug 22, 2023, 9:30 PM IST
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चंद्रयान 3 के सफल होने की कामना पूरा देश कर रहा है। कई राज्यों में हवन-पूजन का दौर जारी है लेकिन क्या आप उन वैज्ञानिकों को जानते हैं जिन्होंने चंद्रयान-3 को बनाने में अपना खून-पसीना एक कर दिया ?

न्यूज डेस्क। चंद्रयान-3 की जैसे-जैसे चंद्रमा पर लैंडिंग की घड़ी नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे भारतवासियों सहित पूरी दुनिया की दिल की धड़कने तेज होती जा रही हैं। अमेरिका, यूरोप के कई देश चंद्रयान-3 के सफल होने की कामना कर रहे हैं। देश के कई राज्यों में हवन-पूजन का दौर जारी है लेकिन क्या आप उन वैज्ञानिकों को जानते हैं जिन्होंने चंद्रयान-3 को बनाने में अपना खून-पसीना एक कर दिया ? चलिए आज आपको उन वैज्ञानिकों के बारे में बताते हैं जिन्होंने चंद्रयान-3 को विकसित में अपना जी-जान लगा दिया ।

यहां पर देखें चंद्रयान-3 को बनाने वालों वैज्ञानिकों की लिस्ट


1) ISRO चैयरमैन एस सोमनाथ

इसरो चैयरमैन एस सोमनाथ को देश का बच्चा-बच्चा जानता है। उन्होंने इंडिया के मून मिशन्स में अहम योगदान दिया है। सोमनाथ ने 2022 जनवरी में इसरों का नेतृत्व संभाला था। बता दें, एस सोमनाथ चंद्रयान-3 के साथ-साथ आदित्य-एल 1 से लेकर सूर्य और गगनयान जैसे महत्वपूर्ण मिशनों के प्रभारी रहे हैं। 

2) पी वीरमुथुवेल  

चंद्रयान-3 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी वीरमुथुवेल 2019 से चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इससे पहले उन्होंने चंद्रयान-2 में भी अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने आईआईटी मद्रास से स्नातक किया है और वह तमिलनाडु के विल्लुपुरम से ताल्लुक रखते हैं।

3) एस उन्नीकृष्णन नायर 

 एस उन्नीकृष्णन नायर VSSC के प्रमुख और LVM3 रॉकेट के निर्माता हैं। नायर और उनकी टीम प्रोजेक्ट से जुड़े कई अहम हिस्सों के लिए जिम्मेदार है।

4) एम शंकरन 

एम शंकरन यूआर राव सैटेलाइट सेंटर (URCC) के निदेशक हैं। यह वही केंद्र है जो इसरों के लिए सभी उपग्रहों का निर्माण कराता है। मौजूदा वक्त में शंकरण उस टीम को लीड कर रहे हैं जो देश की जरुरतों के लिए उपग्रहों का निर्माण करती है। 

5) ए राजराजन

ए राजराजन, प्रतिष्ठित वैज्ञानिक हैं और मौजदा समय  में भारत के प्रमुख स्पेसपोर्ट, श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र एसएचएआर(एसडीएससी एसएचएआर) के निदेशक के पद पर तैनात हैं। बता दें, राजराजन कंपोजिट के क्षेत्र में स्पेस्लिस्ट माने जाते हैं। 

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